जयपुर: शिक्षक दिवस के मौके पर राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में सरकार ने कई फैसले किए. अब राजस्थान पहले वाला नहीं, अब बदल गया. मिशन 2030 में सबसे बड़ी भूमिका शिक्षकों की है. आज कम्प्यूटर क्रांति हो गई. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि समय के साथ हमें भी बदलना होगा. पहले मैं अंग्रेजी के खिलाफ था. लेकिन अब मैं ही अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोल रहा हूं. मेरे वक्त में वैदिक स्कूल खोले जा रहे.
सबसे अनुभवी शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला हैं. मंत्री बनाने के बाद मंत्री के विभाग बांटते हैं. तो मंत्री कहते हैं कि कोई विभाग दे देना लेकिन शिक्षा विभाग नहीं देना. कल्ला जी भी नहीं चाहते लेकिन मैं विभाग उन्हीं को देता हूं. ये अब एक्सपर्ट बन गए, शिक्षकों को पटा कर रखते हैं. थर्ड ग्रेड टीचर्स ट्रांसफर पर मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि जिलेवार भर्ती होती है शिक्षक ही जिला चुनते, लेकिन फिर कहते हैं सीकर, झुंझुनूं जयपुर लगा दो.मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि लोग कहते है मैं और वसुंधरा जी मिले हुए हैं. वसुंधरा जी ने तो मेरी योजनाएं बंद कर दी थी. बताइए कहां से हम मिले हुए हैं?
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि अभी हमारी आलोचना हवा में हो रही. आलोचना करनी है तो तथ्यों के आधार पर करें. मुझे 50 साल का राजनीतिक अनुभव है. अनुभव का कोई विकल्प नहीं होता है. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि राजस्थान की योजनाएं देश में मिसाल बनी. मैंने भी म्यूचुअल फंड में पैसे लगाए थे. लेकिन 5 साल बाद भी बमुश्किल मूल ही मिला. इसलिए OPS की योजना मानवीय दृष्टिकोण से लागू किया. सभागार में अशोक गहलोत चौथी बार के नारे लगे. मुख्यमंत्री गहलोत ने शिक्षकों की पीड़ा समझी. शिक्षकों को अन्य कार्यों में नहीं लगाना चाहिए. सरकर दुबारा बनेगी तो इस पर काम करेंगे.