जयपुर: बीजेपी से मुकाबले के लिए कांग्रेस अब जल्द तेज तर्रार प्रवक्ताओं और पैनेलिस्ट की फौज तैयार करेगी.इसके लिए कांग्रेस ने टैलेंट हंट प्रोग्राम लॉन्च किया है.टैलेंट हंट के तहत हजारों की तादाद में आवेदन आए हैं.ऐसे में हाईकमान ने अब इसे राज्य स्तर पर शुरु करने का फैसला किया है.प्रोग्राम के तहत सुप्रिया श्रीनेत को राजस्थान का जोनल औऱ सुरेन्द्र राजपूत को नोडल कॉर्डिनेटर बनाया गया है.
केन्द्र सरकार और भाजपा को हर मोर्चे पर घेरने के लिए कांग्रेस पार्टी ने अब अपनी मीडिया विंग को नई धार देने का फैसला किया है.कांग्रेस पार्टी इसके लिए तेज तर्रार और अनुभवी लोगों को तलाश करेगी फिर उन्हें प्रवक्ता और पैनेलिस्ट की जिम्मेदारी देगी.इनकी खोज के लिए कांग्रेस ने पिछले दिनो टैलेंट हंट प्रोग्राम की शुरुआत की थी, लेकिन हजारों की तादाद में ऑनलाइन आवेदन के चलते अब इस चयन प्रक्रिया में बदलाव किया गया है.अब दिल्ली में चयन के बजाय राज्यों की राजधानी में यह प्रोग्राम शुरु होगा.अगले माह से राज्यों में यह चयन की कवायद शुरु होगी.
कांग्रेस टैलेंट हंट के जरिए करेगी कुशल प्रवक्ता-पैनलिस्ट की खोज:
-अब दिल्ली के बजाय राज्यों में होगी चयन प्रक्रिया शुरु
-अगले माह राज्यों की राजधानियों में शुरु होगा प्रोग्राम
-राजस्थान में भी जयपुर में होगी चयन प्रक्रिया शुरु
-AICC ने दो नेताओं को दी राजस्थान की जिम्मेदारी
-सुप्रिया श्रीनेत को जोनल और सुरेन्द्र राजपूत को लगाया नोडल कॉर्डिनेटर
-राजस्थान के कईं लोगों ने किया प्रोग्राम के तहत आवेदन
-राजस्थान से सैंकड़ों लोगों ने किया प्रवक्ता-पैनलिस्ट के लिए आवेदन
-पार्टी नेताओं के अलावा कांग्रेस आइडियोलॉजी से जुड़े लोग भी होंगे शामिल
बताया जा रहा है कि सैकड़ों की तादाद में राष्ट्रीय प्रवक्ता औऱ पैनेलिस्ट बनाने का फैसला हाईकमान ने किया है, जिसके तहत हर राज्य से पांच या छह जनों को प्रवक्ता औऱ पैनलिस्ट बनने का मौका मिल सकता है.हालांकि प्रवक्ता-पैनलिस्ट बनने के लिए इंटरव्यू सहित कईं प्रक्रिया से आवेदक को गुजरना होगा.इसके लिए उसकी हर विषय पर पकड़ होना जरुरी होगा.अंतिम चयन वरिष्ठ नेताओं की बनी एक कमेटी करेगी.चयन होने के बाद दिल्ली में बाकायदा उन्हें ट्रेनिंग भी दी जाएगी.
दरअसल यह कवायद पार्टी में संगठन सृजन अभियान के तहत की जा रही है.क्योंकि कईं प्रवक्ता टिकट नहीं मिलने और कईं अन्य कारणों के चलते कांग्रेस को छोड़कर चले गए थे.वहीं मौजूदा प्रवक्ताओं और पैनलिस्ट लंबे समय से काम कर रहे हैं.ऐसे में नए लोगों और अनुभवी लोगों को मौका देने के लिए यह कवायद शुरु की गई है.अब देखना है कि टैलेंट हंट प्रोग्राम के जरिए किस तरह टैलेंट वाले लोगों का चयन होता है.