जोधपुर के सूरसागर थाना क्षेत्र में दो गुटों के बीच विवाद, 45 आरोपियों को किया गिरफ्तार, पांच थाना क्षेत्र में लगाई गई धारा 144

जयपुरः जोधपुर के सूरसागर में शुक्रवार को दो गुटों में विवाद हो गया. दोनों पक्षों के बीच पत्थरबाजी हो गई. पुलिस प्रशासन ने इलाके की बिजली आपूर्ति बंद कर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए. मामले में पुलिस ने बड़ा एक्शन लेते हुए 200 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है साथ ही 45 आरोपियों को गिरफ्तार किया. इसके बाद जोधपुर कमिश्नरेट पश्चिम के पांच थाना क्षेत्र में धारा 144 लगाई गई है. सूरसागर, प्रताप नगर, प्रताप नगर सदर, देव नगर और राजीव गांधी नगर थाना क्षेत्र में  धारा 144 लगाई गई है. जिसको लेकर DCP आलोक श्रीवास्तव ने आदेश जारी किया है. 

दरअसल आपसी मारपीट को लेकर हुए विवाद के बाद दोनों पक्षों के बीच झगड़ा हो गया. देर रात यहां पथराव और आगजनी की घटना हो गई. दुकान और वाहन जलाने की घटना भी सामने आई. ऐसे में मामले की सूचना मिलने पर पुलिस का भारी जाब्ता मौके पर पहुंचा. छोटा सा विवाद इतना बड़े विवाद में बदल गया कि स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए  पुलिस प्रशासन को इलाके की बिजली आपूर्ति बंद करानी पड़ी. और पुलिस द्वारा आंसू गैस के गोले छोड़े गए.

45 आरोपियों को किया गिरफ्तारः
पुलिस प्रशासन ने घरों में से निकालकर आरोपियों को हिरासत में लिया. दुकान और वाहन जलाने के बाद पुलिस ने सख्ती दिखाई और मामले में पुलिस ने बड़ा एक्शन लेते हुए 200 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है साथ ही सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के अलावा कानून और शांति व्यवस्था भंग करने के आरोप में 45 आरोपियों को गिरफ्तार किया. आरोपियों के परिवार जनों किसी एक तत्व द्वारा गड़बड़ी किए जाने के कारण बने माहौल पर आक्रोश जताया है. वहीं अब फिलहाल सूरसागर क्षेत्र में शांति की स्थिति है. पुलिस प्रशासन की टीमें लगातार गश्त कर रही है. 

ड्रोन के जरिए रखी जा रही नजरः
अलग-अलग गली मोहल्ले में मार्च किया जा रहा है. क्षेत्र में शांति व्यवस्था कायम हो गई है. रोजमर्रा की जिंदगी शुरू हो चुकी है. और लोग घरों से बाहर निकलना शुरू हो गए है. पुलिस कमिश्नर राजेंद्र सिंह लगातार नजर बनाए हुए है. ड्रोन के जरिए भी पुलिस प्रशासन नजर रख रहा है. पुलिस अधिकारियों और जवानों की अलग-अलग टीमें अलग-अलग क्षेत्र में मार्च कर रही है. जिसको लेकर ADPC निशांत DPC आलोक श्रीवास्तव मॉनिटरिंग कर रहे है. सभी अधीनस्थ अधिकारियों से लगातार फीडबैक ले रहे है.