जयपुर: वक्फ बोर्ड बिल मुद्दे को लेकर प्रदेश भाजपा कार्यालय में डॉ. किरोड़ी मीणा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेशाध्यक्ष की अनुमति से देश के बड़े मुद्दे पर बोलने आपके बीच आया हूं. कई प्रभावशाली लोगों ने वक्फ की बेशकीमती जमीन को बेच दिया है.
कांग्रेस के कुछ नेता लोगों को गुमराह कर भड़का रहे हैं. एक QR कोड जारी कर इन्होंने पीएम मोदी के खिलाफ मुहिम चला रखी है. कांग्रेस के बड़े नेताओं ने इस मुद्दे पर एक एजेंडा चला रखा है. बिल का विरोध कर रहे लोगों का कांग्रेस से रिश्ता है.
2008 में JPC की रिपोर्ट को शामिल करते हुए केंद्र सरकार ने तय किया कि वक्फ संशोधित बिल संसद में लाना चाहिए. अवैध रूप से जमीन बेचकर अरबों का धन अर्जित किया गया है. वक्फ बोर्ड में पारदर्शिता लाने के लिए संशोधित बिल पेश किया गया है.
सच्चर कमेटी ने भी वक्फ बोर्ड कानून में परिवर्तन करने की सिफारिश की है. वक्फ बोर्ड की प्रॉपर्टी किसी की निजी प्रॉपर्टी नहीं मानी जाएं. जो वक्फ संशोधित बिल संसद में आएगा. मुसलमानों के बड़े नेता की वक्फ बोर्ड की संपत्ति पर नजर है.
आम मुसलमान को इसका कोई लाभ नहीं मिल रहा है. ऑल इंडिया मुस्लिम बोर्ड के राष्ट्रीय महासचिव फजल रहीम कांग्रेस के नेताओं के साथ इन्होंने ज्ञापन दिए. कर्नाटक के सीएम, राजस्थान के पूर्व सीएम के साथ ज्ञापन दिए. देश के हित में लाए गए बिल के खिलाफ लोगों को भड़काया जा रहा है.
गल्फ कंट्रीज से अवैध धन प्राप्त हो रहा है. उसका रिकॉर्ड हमारे पास है. उस धन का उपयोग राष्ट्रीयता के खिलाफ में लिया जा रहा है. फजल उर रहीम का कांग्रेस नेताओं से संबंध हैं.
वक्फ की संपत्तियों से आम मुसलमान का कोई लेना देना नहीं है. वक्फ की संपत्तियों को कई प्रभावशाली मुसलमानों ने बेचा है. पिछले राज में कई भूमियों पर मिनी पाकिस्तान बसा दिया गया है. जहां अवैध रूप से रोहिंग्या और कई संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त लोग रह रहे हैं.