जयपुरः निगम के एक होने से परकोटे में अवैध निर्माण और बढ़ गए है. हैरिटेज विरासत को खत्म कर कॉमर्शियल शोरूम पर ज्यादा ध्यान. मिलीभगत से अवैध निर्माण खूब फल-फूल रहा है. प्रॉपर मॉनिटरिंग नहीं होने से अवैध निर्माण पर लगाम नहीं लग पा रही है. निगम एक होने के साथ ही अब अधिकारियों का भी दायरा बढ़ गया है.
ऐसे में अवैध निर्माण पर निगम अधिकारियों का फोकस नहीं रहा है. हैरिटेज निगम के वक्त तत्कालीन आयुक्त लेकर ड्रोन निगरानी आई थी. ड्रोन के जरिए अवैध निर्माम को चिह्नित कर कार्रवाई करने का मसूदा था. लेकिन निगम के एक होने के साथ ही ड्रोन निगरानी सिस्टम पूरी तरह फेल हो गया.