नई दिल्लीः लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन हो गया है. दिल्ली के AIIMS में आखिरी सांस ली. लंबे समय से शारदा सिन्हा का इलाज चल रहा था. तबीयत बिगड़ने पर शारदा सिन्हा वेंटिलेटर पर थीं. जहां मंगलवार की रात उनका निधन हो गया. 72 साल की उम्र में शारदा का निधन हुआ है. छठ पर्व के पहले दिन शारदा सिन्हा ने आखिरी सांस ली. छठ के गानों से शारदा सिन्हा को अंतर्राष्ट्रीय पहचान मिली.
आज पटना में लोकगायिका शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार होगा. आज सुबह 9:40 की फ्लाइट से शव को पटना ले जाया जाएगा. पटना में राजकीय सम्मान के साथ शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार होगा. 72 वर्ष की उम्र में शारदा सिन्हा ने कल रात 9:20 बजे अंतिम सांस ली.
राष्ट्रपति मुर्मू ने जताया दुखः
राष्ट्रपति मुर्मू ने निधन पर दुख जताया. एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि बिहार कोकिला के रूप में प्रसिद्ध गायिका डॉक्टर शारदा सिन्हा जी के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है. बिहारी लोक गीतों को मैथिली और भोजपुरी में अपनी मधुर आवाज़ देकर शारदा सिन्हा जी ने संगीत जगत में अपार लोकप्रियता पायी. आज छठ पूजा के दिन उनके मधुर गीत देश-विदेश में भक्ति का अलौकिक वातावरण बना रहे होंगे. उन्हें वर्ष 2018 में कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया था. उनका सुमधुर गायन अमर रहेगा. मैं उनके परिवारजन एवं प्रशंसकों के प्रति गहन शोक-संवेदना व्यक्त करती हूं.
शारदा सिन्हा के निधन पर पीएम मोदी ने दु:ख जताया. उन्होंने X पर पोस्ट कर दु:ख व्यक्त किया. उनका जाना संगीत के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति. उनके गाए लोकगीत पिछले कई दशकों से बेहद लोकप्रिय रहे. छठ से जुड़े उनके गीतों की गूंज सदैव बनी रहेगी. मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ.