जयपुर: भारत के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त डॉक्टर मनोहर सिंह गिल को मौजूदा मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने श्रद्धांजलि दी. पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टी.एन.शेषन के बाद CEC का पदभार संभालने वाले गिल को बेहतरीन प्रशासनिक अधिकारी के साथ उनके अच्छे राजनीतिक जीवन के लिए भी जाना जाता है. पद्मभूषण से नवाजे गए गिल को सीईसी राजीव कुमार,पूर्व सीईसी सुनील अरोड़ा ने भी श्रद्धांजलि दी.
उनके व्यक्तित्व को इस रूप में देखा जा सकता है-
वे दिसंबर 1996 से जून 2001 तक सीईसी रहे थे.
टी.एन.शेषन के बाद उन्होंने सीईसी का कार्यकाल संभालते हुए भारत निर्वाचन आयोग की गरिमा बढ़ाई.
वे मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में 2001 में रिटायर्ड हुए थे.
वे देश के 11 वें मुख्य चुनाव आयुक्त थे.
1958 बैच के पंजाब कैडर के आईएएस गिल 12 दिसंबर 1996 से 13 जून 2001 तक सीईसी रहे.
रिटायरमेंट बाद गिल ने कांग्रेस ज्वॉइन की और 2004 से 2016 तक राज्यसभा में प्रतिनिधित्व किया.
उन्होंने राज्यसभा में दो कार्यकाल पूरे किए.
-अपने सीईसी के कार्यकाल के दौरान उन्होंने 1998 में 12 वीं लोकसभा और 1999 में 13 वीं लोकसभा के चुनाव करवाए. साथ ही उन्होंने 1997 में 11 वें राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति के चुनाव करवाए.
इसके साथ गिल ने इस दौरान 20 राज्यों के विधानसभा चुनाव करवाए.
उनके प्रशासनिक सेवा में उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए 2000 में पद्म विभूषण से नवाजा गया.
पूर्व सीईसी सुनील अरोड़ा उन्हें याद करते हुए कहते हैं कि "वे हमारे लिए आइकन थे. खेती उनका पहला प्यार था और उन्हें किसानों की समस्याओं की समझ थी. सीनियर होते हुए भी जूनियर्स को लेकर उनका सहज भाव रहता था. यहां तक कि जब भी मैं उनसे गाइडेंस मांगता था तो उनका रवैया उपदेशात्मक या खुद को वरिष्ठ दिखाने वाला नहीं होता था. कठिन संवैधानिक और विधिक मुद्दों में उनका ज्ञान अद्वितीय है. उन्होंने लाहौल और स्पीति में डीसी पद से अपना कार्यकाल शुरू किया जो कि उनके जैसे आगे के अधिकारी मुश्किल ही कर पाए. "