जयपुरः पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य सरकार को अन्य प्राथमिकताओं को कम करके तुरंत प्रभाव से सामाजिक पेंशन देने की मांग की है. गहलोत ने कहा कि पेंशन पाने वाले नॉर्मन लोग नहीं होते, ऐसे में सरकार को इनकी सुध लेनी चाहिए. वहीं राइजिंग राजस्थान मुद्दे पर कहा कि एमओयू करना व निवेश करने में रात-दिन का अंतर होता है. उन्होंने कहा कि सरकार ने हाइप्रोफाइल कैंपेन किया है, जिससे उम्मीदे भी ज्यादा बढ़ गई है. गहलोत ने नरेशी मीणा व रवींद्र भाटी मामले पर भी दो टूक बात कहकर सरकार को आड़े हाथ लिया.
अशोक गहलोत के बड़े बयान
1 'सरकार सबसे पहले सामाजिक पेंशन दें'
2 'राइजिंग राजस्थान करने में कोई हर्ज नहीं'
3 नरेश मीना व रवींद्र भाटी की हरकतों पर आपत्ति
4 महाराष्ट्र व झारखंड में जीत का दावा
प्रदेश में लोगों का पेंशन नहीं मिलने पर बोले गहलोत
कहा- सरकार को सभी प्राथमिकताएं छोड़ पहले पेंशन देनी चाहिए
पेंशन पाने वाले लोग नॉर्मल नहीं होते : गहलोत
बुजुर्ग, विधवा, निशक्तजन व एकल नारी को मिलती है पेंशन
सरकार दूसरी प्राथमिकताओं को कम करके पहले पेंशन दें
गहलोत ने कहा - हमने 15 फीसदी पेंशन बढाने का कानून बनाया था
लेकिन वर्तमान सरकार ने ऐसे प्रचार किया, जैसे उन्होंने सौगात दी
हमने जब कानून बना दिया, तो सरकार को पेंशन बढानी ही पड़ेगी
राइजिंग राजस्थान को लेकर बोले गहलोत
कहा- हमारे समय में भी लाखों-करोड़ों के एमओयू हुए थे
एमओयू होने और वास्तव में निवेश करने में रात-दिन का फर्क होता है
अगर मौजूदा सरकार भी प्रयास करती है, तो इसमें हर्ज नहीं है
लेकिन सरकार ने जिस तरह से हाईप्रोफाइल कैंपेन किया है
इस कैंपेन से लोगों में उम्मीदें ज्यादा बंध गई है
अगर निवेश आता है, तो हम इसका स्वागत करेंगे
लेकिन क्या फायदा मिलता है, यह तो वक्त ही बताएगा
गहलोत ने कहा- अभी हमें इंतजार करना चाहिए
वैसे उद्योगपतियों को बुलाने का पहला आयोजन हमने किया था
इंटरनेशनल राजस्थानी कॉन्क्लेव करके पहले की थी
उसके बाद से ही इस तरह के कार्यक्रम होते आए हैं
नरेश मीणा व रवींद्र भाटी मामले पर गहलोत का बयान
पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने दिया बड़ा बयान
कहा- कोई कानून में हाथ में ले, तो माहौल ठीक नहीं बनता
निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने एक एसडीएम को थप्पड़ मारा था
वहीं विधायक रवींद्र भाटी ने पुलिस की हिरासत से लोगों को छुड़ाया था
कहा- यदि ऐसे कानून हाथ में लेंगे, तो सरकार का इकबाल खत्म हो जाता है
जिस तरह की घटनाएं हो रही है, उसे लग रहा है कि इकबाल खत्म हो गया
वहीं गहलोत ने एक बार फिर सरकार गिराने के प्रयास के मुद्दे को छेड़ दिया. उन्होंने कहा कि हम तो इनकी सरकार गिराने का प्रयास नहीं कर रहे, लेकिन इन लोगों ने ही हमारी सरकार गिराने की कोशिश की थी, जो नाकाम रही. गहलोत ने कहा कि मध्यप्रदेश सहित कई जगह सरकार गिराई, लेकिन राजस्थान में लोगों के आशीर्वाद से हमें नहीं हिला सके.