नई दिल्लीः पश्चिमी जापान में आए भूकंप के झटके के बाद भारी तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है. कई इलाकों में भारी बर्बादी की खबर है. भूकंप से कई इमारतें धराशायी हो गयी है. भूकंप के चलते हाई स्पीड ट्रेनों को रोका गया है. वहीं केंद्र के पास सभी हाईवे बंद किए गए है.
जापान में भूकंप के बाद भारतीय दूतावास ने इमरजेंसी नंबर जारी किए है. भारतीय नागरिकों के लिए इमरजेंसी नंबर जारी किए है. जापान हेल्पलाइन नंबर- +81-80-3930-17150. जापान हेल्पलाइन नंबर- +81-70-1492-0049.
इशिकावा प्रांत के अनामिजु शहर में भूकंप आया. धरती से 10 किलोमीटर नीचे भूकंप का केंद्र था. भारतीय समय के मुताबिक दोपहर 12:40 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए. वहीं भूंकप के बाद सुनामी को लेकर भी अलर्ट जारी किया है. प्रशासन के मुताबिक 5 मीटर (16फीट) ऊंची लहरें उठ सकती है. ऐसे में खतरे को देखते हुए संवेदनशील क्षेत्रों से लोगों को खाली करने का निर्देश दिए है. निगाटा, टोयामा, यामागाटा, फुकुई और ह्योगो प्रान्त में सुनामी की चेतावनी जारी की गयी है. जापान के 36 हजार से ज्यादा घरों में बिजली गुल हो गयी है. रेलवे स्टेशन से इंडीकेटर टूटा, मॉल में भी भूकंप के कारण सामान अस्त व्यस्त हो गया है. रेलवे स्टेशन पर खड़ी बुलेट ट्रेन हिलने लगी है. ऐसे में अब फुकुशिमा न्यूक्लियर प्लांट पर पैनी नजर रखी जा रही है. बता दें कि 2011 में 9 तीव्रता वाले भूकंप से न्यूक्लियर प्लांट तबाह हुआ था.
जापान में 7.5 तीव्रता का भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. इस भूकंप के आते ही सूनामी की चेतावनी जारी कर दी गई है. जापान के तटीय इलाकों में सुनामी का अलर्ट जारी किया गया है. पश्चिमी जापान में 7.4 तीव्रता का अलर्ट है. जिसके चलते अब लोगों से सुरक्षित जगह जाने की अपील की गयी है.
सूनामी की चेतावनी में लोगों से इशिकावा, निगाता, तोयामा और यामागाता प्रान्तों के तटीय इलाकों को जल्द से जल्द से छोड़ने के लिए कहा गया है. आशंका है कि इशिकावा में नोटो प्रायद्वीप के नजदीक समंदर से 5 मीटर तक की लहरें आएंगी.
NHK की रिपोर्ट के मुताबिक नए साल के दिन महसूस किए गए भूकंप के झटके टोक्यो और कांटो क्षेत्र में महसूस किए गए. इस भूकंप के आते ही सूनामी की चेतावनी जारी कर दी गई है. जापान के तटीय इलाकों में सुनामी का अलर्ट जारी किया गया है. 1.2 मीटर से अधिक बड़ी लहरें इशिकावा में नोटो प्रायद्वीप के वाजिमा बंदरगाह तक पहुंच गईं. अब लोगों से सुरक्षित जगह जाने की अपील की गयी है.
जिसके चलते जापान के 36 हजार से ज्यादा घरों में बिजली गुल हो गयी है. रेलवे स्टेशन से इंडीकेटर टूटा, मॉल में भी भूकंप के कारण सामान बिखरा गया है. रेलवे स्टेशन पर खड़ी बुलेट ट्रेन हिलने लगी. फुकुशिमा न्यूक्लियर प्लांट पर पैनी नजर रखी जा रही है. 2011 में 9 तीव्रता वाले भूकंप के कारण न्यूक्लियर प्लांट तबाह हुआ था.
इसे पहले जापान में 28 दिसंबर को भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे. जापान के कुरिल द्वीप में आए भूकंप की तीव्रता 6.3 तीव्रता मापी गई थी. यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, आधे घंटे के भीतर यहां दो भूकंप के झटके महसूस किए गए थे