नई दिल्लीः लोकसभा वोटिंग के अंतिम चरण से पहले पीएम मोदी कन्याकुमारी में तीन दिवसीय आध्यात्मिक यात्रा पर गए थे. पीएम मोदी ने कन्याकुमारी में ध्यान साधना के बाद देश के नाम संदेश साझा किया है. उन्होंने लिखा कि लोकतंत्र के सबसे बड़े महापर्व का समापन हो चुका है. कन्याकुमारी में आध्यात्मिक यात्रा के बाद असीम ऊर्जा का प्रवाह महसूस कर रहा हूं.
ध्यान के दौरान सभी का प्रेम, विश्वास, दुलार आत्मसात कर मेरी आंखें नम हो रही थी. इतने बड़े दायित्वों के बीच कठिन साधना इस भूमि और स्वामी विवेकानंद की प्रेरणा से सहज बनी है. कन्याकुमारी में भारत का महान वैचारिक संगम दिखता है. कन्याकुमारी की धरती एकता का अमिट संदेश देती है. आज भारत का गवर्नेंस मॉडल दुनिया के कई देशों के लिए उदाहरण है.
सिर्फ 10 वर्षों में 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकालना अभूतपूर्व है. हमें नए स्वप्न देखकर उनको अपना जीवन बनाकर और उस जीना शुरू करना है. भारत के सामर्थ्य को समझकर उसके विकास को वैश्विक परिप्रेक्ष्य में देखना होगा. हम अगले 25 वर्ष केवल और केवल राष्ट्र को समर्पित करें. मैं देश की ऊर्जा देखकर कह सकता हूं कि लक्ष्य अब दूर नहीं है. आइए, तेज कदमों से चलें. मिलकर चलें, भारत को विकसित बनाएं.