यूरिया उत्पादन में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते भारत के कदम, 2023-24 के दौरान घरेलू यूरिया उत्पादन में हुई बढ़ोतरी

यूरिया उत्पादन में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते भारत के कदम, 2023-24 के दौरान घरेलू यूरिया उत्पादन में हुई बढ़ोतरी

नई दिल्ली: यूरिया उत्पादन में भारत के कदम आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहे हैं. 2011-12 से 2023-24 के दौरान घरेलू यूरिया उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है. इस दौरान यूरिया उत्पादन 22 मिलियन टन से बढ़कर 31.4 मिलियन टन हो गया है. 

यूरिया का आयात 7.8 मिलियन टन से घटकर 7 मिलियन टन रह गया है. 2020-21 में सबसे ज्यादा 9.8 मिलियन टन यूरिया का आयात हुआ था. मौजूदा वित्तीय वर्ष में यूरिया के आयात में 31.7% की गिरावट हुई है. डाई-अमोनियम फास्फेट के 6 नए कारखानों से उत्पादन बढ़ा है. 

इनमें हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड के 3 कारखाने चंबल फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स, मेट्रिक्स फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स और रामागुंडम फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स के 1-1 कारखाने शामिल है. 2023-24 में इन कारखानों में 7.55 मिलियन टन यूरिया उत्पादन हुआ.  

 

पूर्वी उत्तर प्रदेश, प. बंगाल, बिहार, झारखंड और तेलंगाना में ये कारखाने हैं. ओडिशा के अंगुल जिले में यूरिया का सातवां कारखाना बन रहा है. सातवें कारखाने में 1.27 मिलिटन टन यूरिया उत्पादन की क्षमता होगी. "न्यू ग्रीन रिवोल्यूशन" वाले राज्यों में यूरिया के सभी कारखाने हैं.