VIDEO: स्पेन में चल रहे इंटरनेशनल ट्रेड फेयर फितूर, RTDC अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ ने किया अवलोकन, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: विरासत संरक्षण में स्पेन ने एक अलग मुकाम बना रखा है अब जल्द ही विरासत संरक्षण की स्पेनिश विधा की झलक राजस्थान में भी देखने को मिल सकती है. स्पेन में चल रहे इंटरनेशनल ट्रेड फेयर फितूर में शिरकत करने गए पर्यटन निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ में अधिकारियों के साथ धरोहर संरक्षण के स्पेनिश कार्यों का गहराई से अवलोकन किया इसके लिए उन्होंने मध्यकालीन स्पेनिश नगर टोलेडो का भ्रमण किया.

पर्यटन निगम अध्यक्ष राठौड ने पर्यटन निगम के एमडी बीपी सिंह के साथ इस विरासत के शहर का दौरा किया. राठौड़ ने बताया कि यूनाइटेड नेशन  एजुकेशनल साइंटिफिक एंड कल्चरल ऑर्गेनाइजेशन द्वारा घोषित वर्ल्ड हेरिटेज पर्यटन स्थल है!  उन्होंने बताया कि शहर प्राकृतिक सुंदरता पुरातत्व महत्व एवं खूबसूरत वादियों एवं कौमी एकता के लिए मशहूर है, विश्व के कोने-कोने से यहां पर्यटन घूमने आते हैं यूनेस्को ने इस शहर को वर्ल्ड हेरिटेज का दर्जा दे रखा है. निगम अध्यक्ष राठौड़ ने बताया कि मध्यकालीन स्पेनिश शहर के विविध इतिहास का एक वसीयतनामा, टोलेडो के ऐतिहासिक क्वार्टर में सिनेगॉग, मस्जिद और चर्च एक साथ खड़े हैं. 1085 में बने एक किले अलकज़ार की चार मीनारें आसमान पर छाई हुई हैं. टोलेडो और इसके आसपास के ग्रामीण इलाकों ने एल ग्रीको को प्रेरित किया, और उनके चित्रों को शहर के चारों ओर कई स्थानों पर प्रदर्शित किया गया है, जिसमें उनके नाम का संग्रहालय भी शामिल है. उन्होंने बताया कि टोलेडो स्पेन की जनसंख्या 75 हजार के लगभग है. 

यह एक ऐतिहासिक नगर है और यहाँ कई स्मारक हैं. यह नगर रोमन काल से लेकर 18वीं शताब्दी तक एक प्रमुख नगर था. यह स्पेन के कैस्टिले-ला मांचा के स्वायत्तशासी समुदाय और टोलेडो प्रांत की राजधानी है. बहुत से प्रसिद्ध व्यक्ति या तो इस नगर में रहे हैं या जन्में हैं, जैसे गार्सिलास्को दी ला वेगा, एल्फोन्सो एक्स और एल ग्रेसो. यहाँ के लोग बहुत दयालु प्रवृत्ति के थे. राजस्थान पर्यटन विकास निगम के प्रतिनिधिमंडल ने टोलेडो की खूबसूरत इमारतों का अवलोकन किया  एवं अध्ययन किया और जयपुर को यूनेस्को की तर्ज पर विश्व हेरिटेज में विकसित करने के लिए विचार विमर्श किया. उम्मीद की जा रही है कि भारतीय प्रतिनिधिमंडल के धरोहर संरक्षण की स्पेनिश विधा को नजदीक से जानने के लिए किए गए भ्रमण का लाभ राजस्थान को भी मिलेगा और राजस्थान में होने वाले धरोहर संरक्षण के कार्यों में स्पेनिश विधा की झलक देखने को मिलेगी.