उदयपुर में 24 घंटे और निलंबित रहेंगी इंटरनेट सेवाएं, संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट ने जारी किया आदेश

उदयपुर: उदयपुर में छात्र चाकूबाजी मामले को लेकर 24 घंटे और इंटरनेट सेवाएं निलंबित रहेंगी. संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट ने आदेश जारी किया. 18 अगस्त को रात 10 बजे तक आदेश प्रभावी रहेगा. उदयपुर शहर, बेदला, बड़गांव, बलीचा, देबारी, एकलिंगपुरा,  कानपुर, ढीकली, भुवाणा क्षेत्रों में इंटरनेट सेवाएं बाधित रहेंगी. आपको बता दें कि उदयपुर में अगले 24 घंटे के लिए नेटबंदी जारी रहेगी. जिला प्रशासन ने संभागीय आयुक्त से सिफारिश की. कल रात 10 बजे से तनावपूर्ण हालातों के बाद नेटबंदी की थी.

फॉरेस्ट लैंड पर बना हुआ है मकान:
उदयपुर में शुक्रवार को एक छात्र ने दूसरे छात्र पर चाकू से हमला कर दिया. इसके बाद इलाके में तनाव हो गया. इस मामले पर आज उदयपुर निगम ने आरोपी छात्र के घर पर बुलडोजर से अवैध निर्माण ध्वस्त किया. आरोपी पक्ष के अवैध निर्माण को ध्वस्त किया. बड़ी संख्या में पुलिस का जाब्ता मौके पर तैनात है. ड्रोन से पूरे इलाके में निगरानी की जा रही है. निगम की दो जेसीबी ने ये कार्रवाई की. सबसे पहले आरोपी पक्ष के घर का लाइट कनेक्शन काटा गया. इसके बाद जेसीबी ने अवैध निर्माण को ध्वस्त किया. इससे पहले भारी पुलिस जाब्ते के साथ निगम दल दीवान शाह कॉलोनी पहुंचा.निगम के आला अधिकारी मौके पर मौजूद रहे. जानकारी के मुताबिक यह मकान फॉरेस्ट लैंड पर बना हुआ है. 

घायल छात्र का अस्पताल में इलाज जारी:
उदयपुर में स्कूली छात्र पर चाकू से हमले मामले में घायल छात्र का अस्पताल में इलाज जारी है. अस्पताल की इमरजेंसी यूनिट में एकत्रित बड़ी संख्या में लोग हो गए थे. लोगों ने हनुमान चालीसा का पाठ किया. घायल छात्र के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की. उदयपुर में स्कूली छात्रों के विवाद में चाकूबाजी की घटना का मामला बताया जा रहा है. प्रशासन और पुलिस की मुस्तैदी से उदयपुर शहर में हालात सामान्य हो रहे है. 

शहर में जनजीवन सामान्य:
शनिवार सुबह से शहर में जनजीवन सामान्य, सभी मार्गों पर निर्बाध आवागमन जारी है. संभागीय आयुक्त, आईजी, कलेक्टर, एसपी सहित सभी अधिकारी स्थिति पर नजर रख रहे है. शांति और सौहार्द कायम रखने के लिए 26 कार्यपालक मजिस्ट्रेट नियुक्त किए. जिला मजिस्ट्रेट अरविन्द पोसवाल ने धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू की. राजकीय और निजी विद्यालयों में अवकाश घोषित किया. इंटरनेट सेवाएं स्थगित करने से अफवाहों और भ्रामक सूचनाओं के प्रसार पर लगाम लगी.