नई दिल्ली: जेल में बंद दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन की रीढ़ की समस्या की सोमवार को यहां सफदरजंग अस्पताल में जांच की गई. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.तस्वीरों में जैन के “अस्वस्थ और कमजोर” दिखने पर आम आदमी पार्टी (आप) ने तीखी प्रतिक्रिया दी और आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उन्हें मारना चाहती है. कारागार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पिछले साल मई में धन शोधन के एक मामले में गिरफ्तारी के बाद से दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद जैन को शनिवार को दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन वह किसी और चिकित्सक से भी परामर्श लेना चाहते थे इसलिए उन्हें सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया.
सफदरजंग अस्पताल के एक प्रवक्ता ने कहा कि जैन सुबह न्यूरोसर्जरी ओपीडी (बाह्य रोगी विभाग) आए और वहां चिकित्सकों द्वारा जांच किए जाने के बाद वापस चले गए. उनके साथ पुलिस भी मौजूद थी. धन शोधन के एक मामले में जैन को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 31 मई 2022 को गिरफ्तार किया था. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उनके जल्द स्वस्थ्य होने की कामना करते हुए ट्वीट किया,सत्येंद्र जैन जी के बेहतर स्वास्थ्य के लिए मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं. भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) की सरकार के इस अहंकार और ज़ुल्म को दिल्ली और देश के लोग अच्छे से देख रहे हैं. भगवान भी इन अत्याचारियों को कभी माफ नहीं करेंगे. इस संघर्ष में जनता हमारे साथ है, ईश्वर हमारे साथ हैं, हम सरदार भगत सिंह जी के अनुयायी हैं. ज़ुल्म, अन्याय और तानाशाही के खिलाफ हमारी यह लड़ाई जारी रहेगी.
पार्टी ने एक बयान में कहा कि आज सुबह सफदरजंग अस्पताल में खींची गई तस्वीरें दिल दहला देने वाली हैं, क्योंकि वह एक जीवित कंकाल की तरह, अस्वस्थ और कमजोर लग रहे थे. यहां तक वह चलने में भी संघर्ष कर रहे थे.आम आदमी पार्टी (आप) के नेता एवं सांसद संजय सिंह ने भी भाजपा पर निशाना साधा. उन्होंने ट्वीट किया, भाजपा के लोगों, खूब ताली पीटो, खूब जश्न मनाओ, लेकिन याद रखना कि यह वही शख़्स है जो खुद करोना वायरस से संक्रमित हुआ, इनके पिता की मृत्यु हुई, लेकिन दिल्ली के लोगों की सेवा में पीछे नहीं रहा. भाजपा सत्येंद्र जैन की जान लेना चाहती है. इतनी भी क्रूरता अच्छी नहीं है मोदी जी. उच्चतम न्यायालय में जैन की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक सिंघवी ने पिछले सप्ताह अदालत को बताया था कि पूर्व मंत्री का वजन 35 किलोग्राम कम हुआ है, वह हड्डियों का ढांचा बन गए हैं और वह कई बीमारियों से भी जूझ रहे हैं. सोर्स भाषा