जयपुर: जयपुर डिस्कॉम की सीएमडी आरती डोगरा ने फील्ड और मुख्यालय के अधिकारियों को कड़ा प्रशासनिक संदेश देते हुए चार्जशीट मामलों में अनुशासन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. डिस्कॉम में वर्षों से चली आ रही चार्जशीट को लंबे समय तक पेंडिंग रखने और बाद में ड्रॉप करने की परंपरा पर अब विराम लगेगा. सीएमडी ने स्पष्ट कर दिया है कि चार्जशीट मिलने के बाद तीन महीने के भीतर ही आरोप पत्र का निपटारा करना अनिवार्य होगा.
लापरवाह टेक्नोक्रेट्स पर कसा शिकंजा:
सीएमडी आरती डोगरा ने हाल ही में आयोजित एक बैठक में फील्ड में काम कर रहे अभियंताओं को उनकी लापरवाह मानसिकता के लिए फटकार लगाई. उन्होंने कहा कि अगर लापरवाही के कारण चार्जशीट मिली, तो उसे तीन महीने में फाइनल कर दिया जाएगा. डिस्कॉम में चार्जशीट को लेकर अक्सर ढील देखने को मिलती थी, जहां अधिकारी इसे मजाक समझने लगे थे. इस ढर्रे को देखते हुए सीएमडी ने मुख्यालय के प्रशासनिक अधिकारियों को भी इस दिशा में तुरंत कार्रवाई के आदेश दिए.
लापरवाह अभियंताओं के उड़े होश:
सीएमडी के इस सख्त निर्णय से लापरवाह अभियंताओं में खलबली मच गई है. डिस्कॉम में इसे एक बड़ा बदलाव माना जा रहा है. आरती डोगरा के इस कदम को प्रशासनिक सुधार की दिशा में एक अहम पहल के रूप में देखा जा रहा है. जयपुर डिस्कॉम में यह सख्ती न केवल कार्य संस्कृति को बेहतर बनाएगी, बल्कि फील्ड और मुख्यालय में जवाबदेही भी सुनिश्चित करेगी.