जयपुर: राजधानी में वर्ष 2019 में जयपुर कमिश्नरेट की तरफ से शुरू किए गए अभियान क्लीन स्वीप का असर अब स्पष्ट दिखने लगा है. अवैद्य मादक पदार्थ तस्करों के खिलाफ शुरू हुए इस अभियान के बाद अब कमिश्नेरट स्पेशल टीम केवल जयपुर में ही नह बल्कि जयपुर के बाहर भी नशे के सौदागरों पर लगाम कसने में कामयाब रही है. इतना ही नहीं इस अभियान से अब अवैद्य मादक पदार्थ तस्कर भी खौफ खा रहे है.
वर्ष 2019 में जयपुर पुलिस ने अवैद्य मादक पदार्थ तस्करों के खिलाफ एक अभियान का आगाज किया था और उसका नाम रखा गया ऑपरेशन क्लीन स्वीप. इस ऑपरेशन का मकसद था जयपुर शहर में बिकने वाले मादक पदार्थो पर प्रभावी अंकुश लगाया जाए और मादक पदार्थ तस्करों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर उसे जेल भेजा जाए. अभियान के आगाज के साथ ही कमिश्नरेट स्पेशल टीम ने मादक पदार्थ तस्करों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया था और उसी का परिणाम है की आज जयपुर शहर में मादक पदार्थ बेचने के लिए के लिए नशे के सौदागरों को कई बार सोचना पडता है. पुलिस अधिकारियों की माने तो ऑपरेशन क्लीन स्वीप में अब तक एक हजार 442 एफआईआर दर्ज कर एक हजार 838 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके है. इतना ही नही नशे पर नकेल कसने के लिए कमिश्नरेट स्पेशल टीम अब प्रदेश के दूसरो जिलो में जाकर भी नशे के सौदागरों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है.
इस ऑपरेशन में एक विशेष टीम का गठन किया गया:
एडिशनल पुलिस कमिश्नर कैलाश विश्नोई के मुताबिक इस ऑपरेशन में एक विशेष टीम का गठन किया गया है. यह टीम केवल इसी काम को देखती है. जिससे की जयपुर शहर में मादक पदार्थों की बिक्री को जड से खत्म किया जा सके. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक पहले शहर में शिक्षण संस्थानों के बाहर नशे के सौदागर खुले आम अपनी दुकान चलाते थे. लेकिन इस ऑपरेशन के बाद नशे के सामान को जयपुर में बेचने के लिए तस्करों को कई बार सोचना पडता है. एडिशनल पुलिस कमिश्नर कैलाश चंद विश्नोई ने युवाओं से अपील की है वे इस नशे की लत से दूर तो रहे ही साथ ही अगर उनके पास कोई सूचना भी आती है तो उस सूचना से पुलिस को जरूर अवगत करवाए. जिससे की अन्य युवाओं को नशे की जद से बचाया जा सके.
पुलिस ने अपनी तरफ से हर वो कोशिश नशे के सौदागरों के खिलाफ लगा दी:
हांलाकि पुलिस ने अपनी तरफ से हर वो कोशिश नशे के सौदागरों के खिलाफ लगा दी है. जिससे की शहर के युवाओं को नशे की लत से बचाया जा सके. ऐसे में जरूरत है की हम भी अपनी जिम्मेदारी समझे और ऐसे मादक पदार्थ तस्करों की कोई भी जानकारी मिले तो उसे पुलिस को जरूर अवगत करवाए. जिससे की जयपुर शहर को मादक पदार्थ से मुक्त करवा सके.
...सत्यनारायण शर्मा, फर्स्ट इंडिया न्यूज, जयपुर