जयपुर: SMS मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशिलिटी ब्लॉक यानी एसएसबी में गंभीर श्रेणी के मरीजों को ब्लड के लिए इधर-उधर भटकना नहीं होगा. फर्स्ट इंडिया की खबर के बाद एसएसबी में बल्ड बैंक बनाने या फिर ब्लड स्टोरेज सेन्टर शुरू करने की दिशा में कवायद शुरू हो गई है. फर्स्ट इंडिया ने कल ही मरीजों की दिक्कतों को लेकर एक्सक्लुसिव रिपोर्ट चलाई थी, जिसको लेकर एसएमएस मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने रिपोर्ट तलब की है.
खुद एसएमएस मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ राजीव बगरहट्टा ने इस मामले में संवेदनशीलता दिखाई है. फर्स्ट इंडिया से खास बातचीत में डॉ बगरहट्टा ने कहा कि SSB में सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध है. बल्ड बैंक नहीं होना महत्वपूर्ण मामला है, जो मेरी जानकारी में आया है. SSB अधीक्षक डॉ विनय मल्होत्रा से इस बारे में जानकारी ली जाएगी. साथ ही ब्लड ट्रांसफ्यूजन डिपार्टमेंट एचओडी बी एस मीणा से भी चर्चा करेंगे. डॉ. बगरहट्टा ने कहा कि वहां चाहे बल्ड बैंक बनाना पड़े या फिर स्टोरेज सेन्टर विकसित किया जाए. लेकिन मरीजों को बल्ड के लिए SSB बिल्डिंग से बाहर नहीं भेजा जाएगा. कॉलेज स्तर पर शुरू हो चुकी इस कवायद के जल्द ही परिणाम देखे जाएंगे.
आपको बता दें कि करीब 200 करोड़ रुपए की लागत से तैयार सुपर स्पेशिलिटी ब्लॉक में रोजाना 1500 मरीजों की ओपीडी रहती है, जबकि 400 के आसपास गंभीर श्रेणी के मरीज हर समय भर्ती रहते है. इसमें से हर दूसरे मरीज को ब्लड की जरूरत होती है, लेकिन अस्पताल में बल्ड बैंक नहीं होने के चलते मरीज व उनके परिजनों को पास में स्थित ट्रोमा सेन्टर भेजा जाता है. इस भागदौड़ की कवायद में मरीज और उनके परिजनों को रक्त के दलालों ने कमाई का जरिया बना रखा है. ऐसे में फर्स्ट इंडिया ने मरीजों की दिक्कतों से जुड़ी खबर को उठाया, जिसके बाद अब प्रशासन ने अस्पताल में ही ब्लड उपलब्ध कराने की दिशा में काम शुरू किया है.
"सुपर स्पेशिलिटी" ब्लॉक में ही मिलेगा मरीजों को ब्लड !
- बात SMS अस्पताल में बनाए गए "सुपर स्पेशिलिटी" ब्लॉक से जुड़ी
- एयरकंडिशनर "सुपर स्पेशिलिटी" ब्लॉक में हर तरह की अत्याधुनिक सुविधाएं
- ट्रोमा सेन्टर के ठीक बगल में बनाई गई है दस मंजिला भव्य इमारत
- ब्लॉक के पहले फ्लोर पर हिपेटो पैंक्रियाटो बिलेरी डिपार्टमेंट की सेवाएं
- दूसरी फ्लोर में गेस्ट्रो वार्ड, डॉक्टर्स चैम्बर,क्लास रूम,DDCकी सुविधा
- तीसरी फ्लोर पर एण्डोस्कॉपी लैब, आठ बैड के गेस्टो आईसीयू के अलावा
- एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक, अस्पताल अधीक्षक कक्ष, वेटिंग एरिया
- चौथी फ्लोर पर यूरोलॉजी वार्ड, डॉक्टर्स चैम्बर,क्लास रूम,DDCकी सुविधा
- पांचवी फ्लोर पर नेफ्रोलॉजी वार्ड, आईसीयू, डॉक्टर्स चैम्बर,DDCकी सुविधा
- छठवीं फ्लोर पर डायलिसिस एरिया, पोस्ट-प्री ट्रांसप्लांट आईसीयू,
- सोटो ऑफिस, रिनल लैब, एचएलए लैब की मिलेगी मरीजों को सेवाएं
- सुपर स्पेशिलिटी" ब्लॉक में सातवीं फ्लोर पर मॉड्यूलर ओटी विकसित
- लेकिन इतनी सुविधाओं के बावजूद रक्त के लिए भटकते रहते थे मरीज
- कॉलेज प्राचार्य डॉ राजीव बगहरट्टा के हस्तक्षेप से ये दिक्कत भी होगी दूर
- अब जल्द ही अस्पताल में ही मरीजों को उपलब्ध कराया जाएगा ब्लड