जेडीए के ड्रैनेज प्रोजेक्ट का सीकर रोड पर दिखने लगा असर, सड़क पर जलभराव के नहीं दिखे हालात, देखिए खास रिपोर्ट

जयपुरः राजधानी की सीकर रोड पर जेडीए की ओर से क्रियान्वित किए जा रहे ड्रैनेज प्रोजेक्ट का असर अब दिखने लगा है. हर बार मानसून में जरा सी बारिश में लबालब होने वाली सीकर रोड पर इस बार अब तक हुई बारिश में पहले जैसे हालात दिखाई नहीं दिए. 

राजधानी के सीकर रोड पर हर बार तेज बारिश के कारण पानी भराव की समस्या रहती है. तेज बारिश में बरसाती पानी दिल्ली बाईपास से लेकर चौमूं पुलिया तक चार से पांच फीट तक पानी भर जाता है. यह इलाका उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी के निर्वाचन क्षेत्र विद्याधर नगर में आता है. प्रदेश में भाजपा सरकार के गठन के बाद ही उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने झोटवाड़ा एलिवेटेड रोड के निरीक्षण के दौरान सीकर रोड की जल भराव की समस्या से निजात दिलाने के लिए जेडीए को निर्देश दिए थे. इन निर्देशों पर जेडीए की ओर से प्रोजेक्ट तैयार किया गया. उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने पिछले वर्ष 25 जून को 69.15 करेाड़ रुपए की लागत के इस ड्रैनेज प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया था. यह प्रोजेक्ट अलग-अलग चरणों में पूरा किया जाना है. इसमें से पहले चरण में शामिल दो पैकेजों का काम पूरा हो गया है. आपको बताते हैं कि पहले चरण में क्या काम हुआ और जलभराव की समस्या के समाधान में इस चरण के पूरा होने का क्या असर रहा. 

-पैकेज वन ए में सीकर रोड पर विद्याधर नगर की तरफ रोड नंबर एक से द्रव्यवती नदी तक ड्रैनेज का निर्माण किया है
-पैकेज वन बी में सीकर रोड पर मुरलीपुरा की तरफ रोड नंबर एक से चौमूं पुलिया होते हुए द्रव्यवती नदी तक ड्रैनेज का निर्माण किया
-पैकेज वन ए और वन बी का काम लगभग पूरा हो चुका है
-इस तरह प्रथम चरण में मुख्य सीकर रोड पर जलभराव की समस्या का समाधान किया गया है
-इस पहले चरण के कारण इस मानसून में अब तक आई बारिश में सीकर रोड पर ज्यादा देर तक जलभराव की समस्या नहीं देखी गई
-सीकर रोड की रोड नं. 14 से चोमू पुलिया होते हुए द्रव्यवती नदी तक कुल लम्बाई 7.2 किमी है
-रोड नं. 14 से रोड नं. 1 तक 3 किमी की लम्बाई में 23 मी. का ढलान होने के कारण हर मानूसन में जल भराव की समस्या रही है
-रोड नं. 1 से ढेहर का बालजी तक जलभराव बहुत अधिक रहा है
-ढेहर के बालाजी से चोमु पुलिया तक उल्टा ढलान होने के कारण ढेहर के बालाजी पर जल भराव की समस्या ज्यादा रही है
- जेडीए अधिकारियों का कहना है कि अब इस समस्या से निजात मिलना शुरू हो गया है
-और इस वर्ष वर्षाकाल के दौरान किसी भी स्थान पर जल भराव नहीं हुआ है
-जेडीए की ओर से दूसरे चरण की भी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार कर ली गई है
-जेडीए की ओर से जल्द ही दूसरे चरण की निविदा जारी की जाएगी
-जेडीए का प्रयास है कि अगले वर्ष के मानसून से पहले ही दूसरा चरण भी पूरा कर लिया जाए
-दूसरे चरण में सड़क के दोनों तरफ के अंदरूनी इलाकों में जलभराव की समस्या का समाधान किया जाएगा.