हुब्बली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को युवाओं से राष्ट्र निर्माण में योगदान देने और यह सुनिश्चित करने को कहा कि जब देश 2047 में अपनी आजादी का शताब्दी वर्ष मनाए तो भारत हर क्षेत्र में अव्वल हो. शाह ने युवाओं से अपने व्यक्तिगत जीवन में प्रगति के लिए संकल्प लेने और आजादी के इस 75वें वर्ष में किसी न किसी क्षेत्र में राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का भी आह्वान किया.
गृह मंत्री ने कहा कि 2047 में जब हम आजादी का शताब्दी वर्ष मनाएं, तो हमारा यह महान देश हर क्षेत्र में अव्वल होना चाहिए. ऐसे राष्ट्र के निर्माण के लिए आप नौजवानों को प्रधानमंत्री (नरेन्द्र) मोदी की अपील पर जरूर साथ आना चाहिए. आपको महान भारत के निर्माण में अपना योगदान देना चाहिए. बी वी भूमराड्डी कॉलेज के प्लेटिनम जयंती समारोह को संबोधित करते हुए शाह ने विभिन्न क्षेत्रों में देश द्वारा की गई प्रगति और कई क्षेत्रों में विकास के लिए सरकार द्वारा रखी गई मजबूत नींव का जिक्र किया. उन्होंने परिसर में एक इनडोर स्टेडियम का उद्घाटन भी किया. कार्यक्रम में कॉलेज के पूर्व छात्र एवं कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के साथ-साथ केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता बी एस येदियुरप्पा, कई मंत्री और विधायक उपस्थित थे. शाह ने विद्यार्थियों और युवाओं को स्वतंत्रता संग्राम और देश की आज़ादी के लिए बलिदान देने वाले लोगों के बारे में पढ़ने की सलाह दी. उन्होंने कहा, “हर कोई भाग्यशाली नहीं होता कि वह हमारे सैनिकों की तरह देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर सके. हम देश के लिए अपने प्राणों की आहुति नहीं दे सकते, लेकिन हम इस देश के लिए अपना जीवन जी सकते हैं.”
गृह मंत्री ने कहा कि व्यक्ति को अपने व्यवसाय या पसंद के क्षेत्र में ऊंचाई हासिल करने की कोशिश करनी चाहिए, लेकिन साथ ही हमारा लक्ष्य यह भी होना चाहिए कि भारत पूरी दुनिया में अव्वल बने. शाह ने कहा कि आठ साल में भारत की अर्थव्यवस्था 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई. उन्होंने कहा कि यह अनुमान जताया जा रहा है कि 2027 तक भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. गृह मंत्री ने कहा, “(प्रधानमंत्री) मोदी ने इस बात को ध्यान में रखते हुए, भारत के युवाओं के लिए एक सपना देखा है कि भारत पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाए. अगर ऐसा होता है, तो आप जैसे तकनीकी विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के पास बहुत सारे अवसर होंगे. उन्होंने स्टार्ट-अप क्षेत्र में भारत की प्रगति के बारे में भी बताया. सोर्स- भाषा