नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली बोले- जो व्यक्ति काम नहीं करना चाहता उसको साइड में करें, हमें बूथ स्तर की करनी होगी बैठक

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली बोले- जो व्यक्ति काम नहीं करना चाहता उसको साइड में करें, हमें बूथ स्तर की करनी होगी बैठक

जयपुरः कांग्रेस की बैठक में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि जो व्यक्ति काम नहीं करना चाहता उसको अब साइड में करें. जो कार्य करना चाहता है हमें उसको प्रोत्साहित करना चाहिए. मुझे जिलाध्यक्ष के रूप में कार्य करने का जो अनुभव मिला. आज वह मेरे बड़ा काम आ रहा है. हमें बूथ स्तर की बैठक करनी होगी. 

सचिन पायलट ने कहा कि यह वर्ष संगठन वर्ष के रूप में हम मना रहे हैं. हम सभी को मिलकर हमारा संगठन मजबूत करना है. हमें आने वाले समय में छोटे चुनाव में कार्यकर्ताओं को ताकत देनी है. भाजपा तो अपने आप को संभालने में लगी है. हम एकजुट हैं और मिलकर कार्य करेंगे. वहीं PCC चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने संगठन के लिए प्रस्ताव रखा. नए जिलों के गठन का प्रस्ताव रखा. सांसद नीरज डांगी ने अनुमोदन किया. 

दूसरी पार्टी के साथ मिलीभगत करेगा तो की जाएगी कड़ी कार्रवाईः
इससे पहले कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि चाहे हमारे पार्टी का कितना भी बड़ा नेता क्यों न हो, अगर वह दूसरी पार्टी के साथ मिलीभगत करेगा तो उसके खिलाफ तुरंत और कड़ी कार्रवाई की जाएगी. यह बयान जयपुर के तोतूका भवन में आयोजित PCC की विस्तारित कार्यकारिणी, सांसदों और विधायकों की बैठक के दौरान दिया गया.

रंधावा ने अपने नेताओं को कहीं खरी-खरी बातः
आपको बता दें कि राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने अपने नेताओं को खरी-खरी बात कहीं. बैठक से पहले रंधावा ने कहा कि एक बात मैं क्लियर कर देता हूं. जो किसी दूसरी पार्टी के साथ मिलकर काम करेगा. वह कांग्रेस पार्टी का मेंबर नहीं रहेगा.एक वे नेता चाहे कितने ही बड़े हो जो काम नहीं करते. सिर्फ विजिटिंग कार्ड लेकर घूमते हैं और बैठकों में नहीं आते हैं. ऐसे नेताओं पर भी हमारी नजरें हैं. 

फिलहाल विधानसभा नहीं जाएंगे- डोटासरा 
रंधावा ने इस बैठक में यह भी कहा कि हम अपने पार्टी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के साथ हैं, जिन्होंने विधानसभा में स्पीकर द्वारा की गई टिप्पणी के बाद विधानसभा नहीं जाने का निर्णय लिया है. इस पर गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि वह फिलहाल विधानसभा नहीं जाएंगे, लेकिन जिस दिन वह विधानसभा में जाने का फैसला करेंगे, उस दिन वह मीडिया के सामने अपनी पूरी बातें रखेंगे. डोटासरा ने यह भी कहा कि उनका उद्देश्य एक मजबूत संगठन का गठन करना है, और उन्होंने यह स्पष्ट किया कि उनके लिए यह महत्वपूर्ण नहीं है कि उन्होंने क्या हासिल किया, बल्कि आने वाला कल और संगठन की मजबूती ज्यादा मायने रखती है. यह बयान पार्टी के अंदर की राजनीति और कार्यकर्ताओं के बीच बढ़ती गतिविधियों को लेकर अहम माने जा रहे हैं.