जयपुर: प्रदेश में सबसे बड़े एसएमएस अस्पताल में अंगदान की मुहिम को फिर से गति मिली है. खण्डेला निवासी 46 साल का ब्रेनडेड कजोड़मल जीवन छोड़ने से पहले चार जरूरतमंदों को नई जिन्दगी दे गया. मरीज की दोनों किडनियों को एसएमएस अस्पताल में प्रत्यारोपण किया गया, जबकि लीवर व हार्ट निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों के लिए भेजे गए.
दरअसल, सड़क हादसे के बाद 27 दिसम्बर को खण्डेला निवासी कजोडमल को एसएमएस ट्रोमा सेन्टर लाया गया था. एसएमएस में चिकित्सकों ने अथक प्रयास किए, लेकिन एक दिसम्बर को उसे ब्रेन डेड घोषित किया गया. इसके बाद अस्पताल अधीक्षक डॉ अचल शर्मा, वरिष्ठ न्यूरो सर्जन डॉ देवेंद्र पुरोहित, डॉ चित्रा सिंह, ट्रांसप्लांट कॉर्डिनेटर रामरतन खनकवाल, ताराचन्द सैनी, लीलम सिंह ने परिजनों से बातचीत करके उन्हें ऑर्गन्स को डोनेट करने के लिए समझाया आखिरकार अस्पताल प्रशासन के प्रयास सफल रहे और परिजनों की सहमति के बाद आज सुबह मरीज के एक्टिव ऑर्गन जरूरतमंदों को लगाने के लिए प्रक्रिया शुरू हुई.
दिल्ली में धडकेगा सीकर का दिल्ली !
SMS अस्पताल में सफल कैडेबर ट्रांसप्लान्ट
खण्डेला निवासी 46 साल के ब्रेनडेड कजोड़मल के अंग किए गए दान
देवदूत की दोनों किडनियां एसएमएस अस्पताल में प्रत्यारोपित
लीवर को ग्रीन कॉरिडोर के माध्यम से भेजा गया महात्मा गांधी हॉस्पिटल
जबकि हार्ट दिल्ली स्थित मेदांता हॉस्पिटल में एक महिला मरीज को प्रत्यारोपित
कैडेबर किडनी ट्रांसप्लांट में एसएमएस का बेस्ट रिकॉर्ड
एसएमएस में 2015 से किया गया था पहला किडनी ट्रांसप्लांट
इसके बाद से लेकर अब तक कुल 25 सफल कैडेबर ट्रांसप्लांट
इन ब्रेनडेड मरीजों से 48 जरूरतमदों को लगाई गई किडनी
कुल 17 हार्ट रिट्रिवल हुए,जिसमें से चार एसएमएस में प्रत्यारोपित
कुल 24 हार्ट रिट्रिवल हुए,जिसमें से आठ एसएमएस में प्रत्यारोपित
एसएमएस प्रशासन के कैडेबर ट्रांसप्लांट की दिशा में बढ़ते कदम हर किसी के लिए उत्साहित करने वाले है. शुरूआती फेज में कुछ दिक्कतें जरूर आई थी, लेकिन अब खुद परिजन इस जीवनदायनी मुहिम से जुड़ रहे है. ऐसे में उम्मीद ये की जा रही है कि जल्द ही अंगदान की ये मुहिम घर-घर तक पहुंचेगी ऐसा हुआ तो वो दिन दूर नहीं जब जरूरतमंद मरीज को अंग के लिए इंतजार करना होगा.