जयपुरः RGHS में अनियमितता पर चिकित्सा विभाग के सख्त एक्शन से जुड़ी खबर है, राजस्थान स्टेट हैल्थ एश्योरेंस एजेंसी के CEO हरजीलाल अटल ने जानकारी दी है कि वाणिज्यिक कर विभाग, शिक्षा विभाग, आयुर्वेद विभाग, जल संसाधन विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा पुलिस विभाग के 12 कार्मिकों को निलंबित किया गया है.
इन कार्मिकों ने पत्नी के नाम पर किराएदार, शादीशुदा पुत्री, स्वयं की जगह अपने भाई, बहन या पुत्री तथा बच्चे के नाम पर उसके मित्र का उपचार कराने की शिकायतें सामने आई हैं. जिन दो आयुर्वेदिक चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा गया है. वे बिना जांच के ही दवाएं लिख रहे थे. इसी प्रकार जिन 8 एलोपैथिक चिकित्सकों पर कार्रवाई के लिए विभाग को लिखा गया है. वे अनावश्यक दवाएं लिखने के साथ ही फर्जी प्रिसक्रिप्शन बना रहे थे.
RGHS में जल्द एंटी फ्रॉड सेल का गठन होगा. मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने अनियमितता पर सख्ती के निर्देश दिए थे. इसके बाद योजना के सुदृढ़ीकरण की दृष्टि से एक प्रभावी गाइडलाइन एवं एसओपी तैयार की जा रही है. फुल प्रूफ सिस्टम विकसित करने के साथ ही एक एंटी फ्रॉड यूनिट का गठन किया जा रहा है. इस यूनिट में आईटी, क्लेम ऑडिट, मेडिकल ऑडिट व निगरानी के विशेषज्ञ शामिल किए जाएंगे. साथ ही योजना से जुड़े परिवादों के त्वरित निस्तारण के लिए ग्रिवांस रिडरेसल सेल भी गठित की जाएगी. राज्य स्तर पर केंद्रीकृत शिकायत समाधान केंद्र की स्थापना की जाएगी. शिकायत निस्तारण की ऑनलाइन ट्रैकिंग प्रणाली विकसित की जाएगी. जिला स्तर पर भी शिकायत निवारण प्रकोष्ठ बनाया जाएगा.