31 मई को बुध करेंगे वृषभ राशि में प्रवेश, जानिए गोचर का सभी 12 राशियों पर शुभ-अशुभ प्रभाव

जयपुर: महान ग्रह बुध 31 मई को दोपहर 12:12 मिनट पर मेष राशि की यात्रा समाप्त करके वृषभ राशि में प्रवेश कर रहे हैं. इस राशि पर ये 14 जून की रात्रि 11:05 मिनट तक गोचर करेंगे, उसके बाद मिथुन राशि में चले जाएंगे. पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि  मई माह का आखिरी दिन वैदिक ज्योतिष शास्त्र के लिहाज से बहुत ही खास रहने वाला है. दरअसल 31 मई को चार ग्रहों की युति होने वाली है जिससे चतुर्ग्रही योग का निर्माण होगा. 31 मई को बुद्धि, वाणी, व्यापार और तकनीक के ग्रह बुध शुक्रदेव के स्वामित्व वाली राशि वृषभ में प्रवेश करेंगे. वृषभ राशि में पहले से ही सूर्य, शुक्र और गुरु पहले से मौजूद हैं. इस तरह वृषभ राशि में चार ग्रहों की युति से चतुर्ग्रही योग बनेगा. ज्योतिष में चतुर्ग्रही योग को बहुत ही शुभ माना जाता है. 

ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि  वैदिक ज्योतिष में शुक्र को प्रेम, भोग-विलास, आकर्षण, सौंदर्य और कला का कारक ग्रह माना गया है जबकि बुध को बुद्धि, व्यापार और संचार का कारक ग्रह होता है. बुध 31 मई को वृषभ राशि में गोचर करेंगे और वृषभ राशि के स्वामी ग्रह शुक्रदेव हैं. वहीं ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुध और शुक्र की बीच मित्रता का भाव रहता है. इस तरह से बुध के अपने मित्र की राशि में गोचर करने कुछ राशि के जातकों को करियर में अच्छा लाभ मिल सकता है.  बुध को बुद्धि और वाणी का कारक ग्रह माना जाता है. बुध मिथुन और कन्या राशि के स्वामी हैं और मीन राशि मंद नीचराशिगत तथा कन्या राशि उच्चराशिगत संज्ञक माने जाते हैं.

बुध है नपुंसक ग्रह 
कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया किबुध पुरुष ग्रह होने के बावजूद नपुंसक ग्रह कहलाता है. अर्थात यह जिस ग्रह के साथ बैठ जाए उसकी तरह व्यवहार करने लगता है. वक्री बुध यदि किसी खराब ग्रह के साथ बैठ गया और उसके खराब फल में वृद्धि हो जाती है.

बुध का वैदिक मंत्र
ॐ उद्बुध्यस्वाग्ने प्रति जागृहि त्वमिष्टापूर्ते सं सृजेथामयं च.
अस्मिन्त्सधस्थे अध्युत्तरस्मिन् विश्वेदेवा यजमानश्च सीदत..

बुध का तांत्रिक मंत्र
ॐ बुं बुधाय नमः

बुध का बीज मंत्र
ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः

क्या होगा असर
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि शुक्र ग्रह के पास अमृत संजीवनी है और शुक्र हमेशा पृथ्वी के साथ है. इस कारण बुध के वृषभ राशि में आने से एलर्जी इंफेक्शन संक्रमण के रोगों में कमी आयेगी. बुध के राशि परिवर्तन से लोगों में रचनात्मकता बढ़ेगी. शेयर मार्केट बढ़ने की संभावना है. कीमती धातुओं के दाम कम होंगे. बाजार में खरीदारी बढ़ सकती है. खाने-पीनी की चीजें महंगी हो सकती है. बिजनेस करने वाले लोगों के लिए समय अच्छा रहेगा. लेन-देन और निवेश में कई लोगों को फायदा मिल सकता है. कई नौकरीपेशा लोग जॉब बदलने का मन बना सकते हैं. 

बुध के उपाय 
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि बुध से पीड़ित व्यक्ति को मां दुर्गा की आराधना करनी चाहिए. बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाना चाहिए और साबूत हरे मूंग का दान करना चाहिए. बुधवार के दिन गणपति को सिंदुर चढ़ाएं. बुधवार के दिन गणेश जी को दूर्वा चढ़ाएं. दूर्वा की 11 या 21 गांठ चढ़ाने से फल जल्दी मिलता है. पालक का दान करे. बुधवार को कन्या पूजा करके हरी वस्तुओं का दान करे.

आइए भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास से जानते हैं बुध के इस गोचर का सभी 12 राशियों पर शुभ-अशुभ प्रभाव.
मेष राशि
पैतृक संपत्ति संबंधी विवाद हल होंगे. कार्यक्षेत्र में षड्यंत्र का शिकार होने से बचें. बेहतर रहेगा कार्य संपन्न करें और सीधे घर आएं. स्वास्थ्य विशेष करके चर्म रोग संबंधी समस्या और पेट संबंधी विकार से सावधान रहना पड़ेगा.

वृषभ राशि
प्रेम संबंधी मामलों में प्रगाढ़ता आएगी. संतान संबंधी चिंता दूर होगी. नव दंपति के लिए संतान प्राप्ति और प्रादुर्भाव के भी योग हैं. विद्यार्थी वर्ग विदेश में पढ़ाई करने के लिए जाने का प्रयास कर रहे हों  तो उस दृष्टि से भी ग्रह-गोचर अति अनुकूल रहेगा. सोची-समझी सभी रणनीतियां कारगर सिद्ध होगी.

मिथुन राशि
गुप्त शत्रुओं से बचें और कोई भी कार्य जबतक पूर्ण न हो जाए उसे सार्वजनिक न करें. यात्रा देशाटन का लाभ मिलेगा. विदेशी कंपनियों में सर्विस अथवा नागरिकता के लिए किया गया प्रयास सफल रहेगा. यात्रा के समय सामान चोरी होने से बचाएं.

कर्क राशि
वैवाहिक वार्ता सफल रहेगी. दांपत्य जीवन में भी मधुरता आएगी. नव दंपति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग. प्रेम विवाह करना चाह रहे हों  तो उस दृष्टि से भी ग्रह-गोचर अनुकूल रहेगा. नए लोगों से मेल-जोल बढ़ेगा. जिसका परिणाम सुखद रहेगा.

सिंह राशि
माता-पिता के स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें. सरकारी सर्विस के लिए प्रयास करना बेहतर रहेगा. केंद्र अथवा राज्य सरकार के विभागों में भी किसी भी तरह के टेंडर आदि के लिए आवेदन करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से भी ग्रह गोचर अनुकूल रहेगा.
 
कन्या राशि 
रचनात्मक कार्यों में सफलता मिलेगी. जो लोग आपको नीचा दिखाने की कोशिश में लगे थे वही मदद के लिए आएंगे. आध्यात्मिक उन्नति भी होगी. जरूरतमंदों की मदद करने के लिए बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे. किसी दूसरे देश के लिए वीजा आदि का आवेदन करना हो तो अवसर बेहतर रहेगा.

तुला राशि
स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें. विवादित मामले कोर्ट कचहरी से बाहर ही सुलझाएं. आर्थिक पक्ष मजबूत होगा. जमीन जायदाद संबंधी मामले भी हल होंगे. मकान अथवा वाहन का क्रय करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से भी ग्रह फल अनुकूल रहेगा.

वृश्चिक राशि
 किसी नए टेंडर के लिए आवेदन करना हो तो उस दृष्टि से भी ग्रह-गोचर बेहद अनुकूल रहेगा. सामाजिक पद प्रतिष्ठा बढ़ेगी. आपके लिए किसी सम्मान की भी घोषणा हो सकती है. विद्यार्थी वर्ग विदेश पढ़ाई के लिए भी समय बेहद अनुकूल रहेगा.

धनु राशि
स्वास्थ्य विशेष करके पेट संबंधी विकार की चिंता परेशान कर सकती है. मित्रों अथवा संबंधियों से भी अशुभ समाचार प्राप्ति के योग. यात्रा देशाटन का लाभ मिलेगा. कोर्ट कचहरी से संबंधित मामले भी बाहर ही सुलझा लेना समझदारी रहेगी.

मकर राशि
उच्चाधिकारियों से संबंध मजबूत होंगे. सरकारी विभागों के रुके कार्य संपन्न होंगे. प्रेम संबंधी मामलों में प्रगाढ़ता आएगी. प्रेम विवाह भी करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से भी ग्रह गोचर अनुकूल रहेगा. संतान संबंधी चिंता दूर होगी. नव दंपति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग बन रहे हैं.

कुंभ राशि
माता-पिता के स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें. इस अवधि के मध्य किसी को भी अधिक धन उधार के रूप में ना दें अन्यथा आर्थिक हानि का सामना करना ही पड़ेगा. जमीन जायदाद संबंधी मामले तो हल होंगे ही वाहन का क्रय करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से ग्रहफल और अनुकूल रहेगा. 

मीन राशि
धर्म और आध्यात्म में रुचि बढ़ेगी. धार्मिक ट्रस्टों तथा अनाथालय आदि में भी दान-पुण्य में सहयोग करेंगे. सामाजिक पद-प्रतिष्ठा बढ़ेगी. अपनी जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वहन करेंगे. परिवार में आपसी माहौल खुशनुमा रहेगा. मांगलिक कार्यों का भी सुअवसर आएगा.