जयपुर : राज्य में अवैध खनन गतिविधियों पर प्रभावी कार्रवाई और औचक निरीक्षण के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में गठित सात अलग अलग दलों द्वारा पिछले दस दिनों में 100 से भी अधिक कार्रवाई की है. राज्य सरकार के निर्देश पर गठित इन दलों द्वारा अवैध खनन गतिविधियों के साथ ही आरसीसी, ईआरसीसी ठेकों के साथ ही वे-ब्रिजों का भी निर्देशित क्षेत्र व स्थान पर औचक निरीक्षण किया जा रहा है.
अवैध खनन गतिविधियों के खिलाफ मुख्यमंत्री व खान मंत्री भजन लाल शर्मा की जीरो टॉलरेंस की नीति के चलते विभाग ने विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में सात अलग अलग टीमों का कठन किया गया है. विभाग द्वारा इन दल द्वारा निर्देशित क्षेत्र में औचक निरीक्षण के लिए भेजा जा रहा है ताकि औचक निरीक्षण कर अवैध खनन गतिविधियों पर कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके.
अवैध खनन गतिविधियों के खिलाफ सरकार की गंभीरता को इसी से समझा जा सकता है कि मुख्य सचिव सुधांश पंत द्वारा सीधे कलक्टरों से नियमित समीक्षा बैठकों के दौरान सीधे कलक्टरों से अवैध खनन गतिविधियों पर कार्रवाई की जानकारी ली जा रही हैं वहीं खान सचिव श्रीमती आनन्दी विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठकों व वर्चुअल बैठकों के माध्यम अवैध खनन गतिविधियों के विरुद्ध की जा रही कार्रवाई की समीक्षा व प्रगति की मोनेटरिंग की जा रही है. निदेशक माइंस भगवती प्रसाद कलाल ने बताया कि अवैध खनन गतिविधियों के खिलाफ गठित टीमों द्वारा 100 से अधिक कार्रवाई करते हुए 8 एफआईआर भी दर्ज कराई जा चुकी है.
5 हजार टन से अधिक अवैध भण्डारित खनिज जब्त करने के साथ ही 29 लाख से अधिक की जुर्माना राशि वसूल कर राजकोष में जमा कराई गई है. इसके अलावा जिन्होंने मौके पर जुर्माना राशि जमा नहीं कराई हैं उन्हें संबंधित थाने के सुपुर्द किया गया है. जांच दलों द्वारा आरसीसी और ईआरसीसी ठेका नाकों का भी औचक निरीक्षण किया जा रहा है और अनियमितता पाएं जाने पर सख्ती से कार्रवाई की जा रही है. इसी तरह से वे-ब्रीजों के निरीक्षण के दौरान पाई जाने वाली कमियों को तत्काल ठीक कराने के निर्देश देने के साथ ही गंभीर अनियमितता की स्थिति में सख्त कार्रवाई की जा रही है.
विभाग द्वारा गठित दल को बुधवार को औचक निरीक्षण के लिए नागौर भेजा गया जहां स्टोन का वाहन पकड़ कर एक लाख 9825 रु. का जुर्माना वसूला गया वहीं गुरुवार को सुबह बिना रवन्ना के सिलिका सेंड ले जाते एक वाहन को जब्त कर नागौर के मूंडना थाने के सुपुर्द किया गया. इसी तरह से दलों को निर्देशित स्थानों पर भेजकर कार्रवाई करवाई जा रही है.