देशभक्ति पाठ्यक्रम का लक्ष्य छात्रों को अन्याय के खिलाफ अपनी आवाज उठाने की शिक्षा देना है- मनीष सिसोदिया

देशभक्ति पाठ्यक्रम का लक्ष्य छात्रों को अन्याय के खिलाफ अपनी आवाज उठाने की शिक्षा देना है- मनीष सिसोदिया

नई दिल्ली: दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को कहा कि ‘देशभक्ति पाठ्यक्रम’ छात्रों को आसपास होने वाले अन्याय के प्रति अपनी आवाज उठाने की शिक्षा दे रहा है.

सरकार के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम की ‘कोर टीम’ की एक समीक्षा बैठक करते हुए सिसोदिया ने कहा कि उनका लक्ष्य छात्रों में देशभक्ति की भावना भरना है. उन्होंने कहा कि देशभक्ति पाठ्यक्रम का लक्ष्य बच्चों को अपने आसपास किसी गलत कार्य और अन्याय के खिलाफ अपनी आवाज उठाने की शिक्षा देना है. छात्रों में यह भावना होनी चाहिए कि एक भारतीय होने के नाते समाज की जरूरत में योगदान उनकी जिम्मेदारी है. दिल्ली सरकार के अनुसार, जल्द ही 10,000 से अधिक शिक्षकों का प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया जाएगा और कोर टीम तथा मुख्य प्रशिक्षकों का क्षमता निर्माण किया जाएगा.

एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, ‘‘पाठ्यक्रम के बेहतर क्रियान्वयन और प्रभाव अध्ययन के लिए डेटा एकत्र करने की भी योजना है. दिल्ली सरकार के अनुसार, नर्सरी से 12वीं कक्षा तक के 18 लाख से अधिक बच्चे सभी सरकारी स्कूलों में देशभक्ति पाठ्यक्रम का हिस्सा हैं. सोर्स- भाषा