जयपुर: राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र हंगामेदार होगा. उन मंत्रियों के लिए खास होगा जिनके बयान बीते दिनों चर्चा में रहे है. लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद राजस्थान की कांग्रेस उत्साहित है. विधानसभा में कानून व्यवस्था और मंत्रियों के विवादित बयान को कांग्रेस मुद्दा बना सकती है. मंत्रियों की परफॉर्मेंस भी विपक्ष के निशाने पर होगी. भजन लाल सरकार बजट घोषणाओं के जरिए विपक्ष के हमलों का जवाब देगी.
विधानसभा का बजट सत्र कई मायनों में खास रहने वाला है. उन मंत्रियों के लिए चुनौती पूर्ण होगा जिनके बयान से विवाद उपजा थे. खासतौर से शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के आदिवासी डीएनए के बयान को कांग्रेस और BAP मुद्दा बनाएगी. अब पूर्व मंत्री और विधायक अर्जुन लाल गर्ग का कर्मचारियों से जुड़ा बयान भी चर्चाओं में अंदरखाने बीजेपी ने भी विपक्ष के हमलों से मुकाबले के लिए रणनीति बनाने का काम किया है. कुछ प्रमुख मंत्री और विधायक सत्ता पक्ष के हरावल दस्ते की भूमिका में होंगे. संसदीय कार्य मंत्री और मुख्य सचेतक ने हरावल नेताओं की लिस्टिंग कर ली है..ये नेता कांग्रेस के हमलों का करारा जवाब देते हुए नजर आयेंगे.
--सदन में ये रहेंगे बीजेपी के हरावल नेता--
जोगेश्वर गर्ग मुख्य सचेतक
जोगाराम पटेल संसदीय कार्य मंत्री
मदन दिलावर शिक्षा मंत्री
हीरालाल नागर ऊर्जा मंत्री
अविनाश गहलोत सामाजिक न्याय आधिकारिता मंत्री
सुमित गोदारा खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री
सुरेश रावत जल संसाधन
कन्हैयालाल चौधरी पीएचईडी मंत्री
संजय शर्मा वन मंत्री
जवाहर सिंह बेढम गृह राज्य मंत्री
केके विश्नोई उद्योग खेल राज्य मंत्री
श्रीचंद कृपलानी
अजय सिंह किलक विधायक
अनिता भदेल विधायक
दीप्ति माहेश्वरी विधायक
शत्रुघ्न गौतम विधायक
कुलदीप धनखड़ विधायक
जितेंद्र गोठवाल विधायक
महंत बाल मुकुंदाचार्य विधायक
गोपाल शर्मा विधायक
कैलाश वर्मा विधायक
अरुण अमराराम चौधरी विधायक
फूल सिंह मीना विधायक
हंसराज मीना विधायक
गुरवीर सिंह बराड़ विधायक
जेठा नंद व्यास विधायक
--- ये मुद्दे जो विपक्ष उठाएगा सरकार के सामने --
लोकसभा चुनाव परिणाम
मंत्रियों के विवादित बयान
कानून व्यवस्था
ERCP
बिजली और पेयजल
स्वास्थय सेवा
पुराने मंत्रियों में डॉ किरोड़ी लाल मीणा गजेंद्र सिंह खींवसर,मदन दिलावर, ओटा राम देवासी जिन्हे अनुभव है विपक्ष के हमलों पर पलटवार करने का लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद विपक्ष पूरी मजबूती के साथ सदन में हुंकार भरता हुआ नजर आएगा. कांग्रेस के तरकश में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा,सचिन पायलट ,हरिमोहन शर्मा, अशोक चांदना,रतन देवासी, रोहित बोहरा, मुकेश भाकर, रफीक खान, अमीन कागजी, रामनिवास गावड़िया, अमीत चाचान सरीखे ऐसे अनुभवी तीर है जिन्हे सत्ता पक्ष को घेरने का कौशल हासिल है. राजस्थान में विपक्ष के हमलों से मुकाबले से पहले बीजेपी को सदन में अपने कुनबे को एक रखना होगा.