VIDEO: कैसा रहा साल 2025 राजस्थान कांग्रेस के लिए? संगठन निर्माण पर रहा सबसे ज्यादा फोकस, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: साल 2025 अब अलविदा होने के कगार पर  है. सियासी दल कांग्रेस के लिए यह साल काफी उतार चढाव वाला रहा. संगठन की मजबूती के लिए कईं अहम बड़े बदलाव हुए और गहलोत पायलट में नजदीकिया भीं देखी गई. वहीं अंता उपचुनाव में कांग्रेस को जीत से ऑक्सीजन मिली तो साथ में जिला कप्तानों की भी नियुक्ति हुई.

साल 2025 अब जाने वाला है और 2026 आने वाला है. मौजूदा 2025 साल कांग्रेस पार्टी को कईं मायनों में खास याद रहेगा. कई खट्टी मिट्ठी यादें इस साल पार्टी से जुड़ गई. मुख्य रुप से बतौर मजबूत संगठन निर्माण के लिए कांग्रेस को यह साल याद रहेगा. क्योंकि इस साल संगठन में कईं अहम बदलाव ऊपर से लेकर नीचले लेवल तक हुए. करीब 11 लाख पदाधिकारियों की नियुक्ति का एक सेटअप खड़ा किया जिसकी कईं दफा हाईकमान खुलकर तारीफ कर चुका है. इसके अलावा भी कईं अहम घटनाक्रम पार्टी में देखे गए.

कईं उतार चढाव वर्ष 2025 में हुए राजस्थान कांग्रेस में
-मजबूत संगठन निर्माण पर रहा सबसे ज्यादा फोकस
-करीब 11 लाख पदाधिकारियों की हुई संगठन में नियुक्ति
-52 हजार बीएलए,2200 मंडल,400 ब्लॉक अध्यक्षों की हुई नियुक्ति
-संगठन सृजन अभियान के तहत 45 जिला अध्यक्ष बनाए गए
-प्रदेश कोषाध्यक्ष पर रोहित बोहरा की हुई नियुक्ति
-नए प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय का निर्माण कार्य हुआ शुरु
-सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच बढ़ी नजदीकियां 
-खुद पायलट पुण्यतिथि कार्यक्रम का निमंत्रण देने गए अशोक गहलोत के घर
-लंबे समय से खाली पड़े प्रकोष्ठों और विभागों में हुई नियुक्तियां
-बतौर पीसीसी चीफ पोस्ट पर गोविंद डोटासरा को हुए 5 साल पूरे
-डोटासरा का जन्मदिन पर शक्ति प्रदर्शन रहा चर्चाओं में
-संजना जाटव और रेहाना रियाज को बनाया AICC पदाधिकारी
-विधानसभा में कैमरों के जरिए जासूसी मामले को भी कांग्रेस ने जोर शोर से उठाया
-वोटों की गड़बड़ी और भारत-पाक सीजफायर को लेकर किए प्रदर्शन

वहीं कांग्रेस के लिए सबसे बड़ा घटनाक्रम तब हुआ जब विधानसभा स्पीकर ने गोविंद डोटासरा सहित कईं विधायकों को सदन से निलंबित कर दिया. उसके बाद कांग्रेस ने सदन से लेकर सड़क तक कईं दिनों तक हंगामा किया. कांग्रेस पार्टी ने इसके विरोध में विधानसभा का भी घेराव किया. इस दौरान डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के रिश्तों को लेकर भी अटकलें तेज हो गई थी. वहीं नवंबर माह कांग्रेस के लिए सियासी नजर से सुखद साबित हुआ. जब अंता उपचुनाव में कांग्रेस को शानदार जीत नसीब हुई.

वहीं वोट चोरी और भारत-पाक के सीजफायर को लेकर भी कांग्रेस ने सड़कों पर जोरदार प्रदर्शन किया. साल के जाते जाते इस माह विधायक अनिता जाटव के चलते पार्टी की काफी किरकिरी भी हुई. विधायक निधि की राशि के बदले रिश्वत लेने के चलते फिर पार्टी को तुरंत कारण बताओ नोटिस जारी करना पड़ा. कुल मिलाकर संगठन निर्माण की दिशा में एक तरह से पूरा साल समर्पित रहा. लेकिन अंता उपचुनाव रिजल्ट के चलते कह सकते है ऑल ओवर साल 2025 कांग्रेस के लिए ठीक ठाक रहा.