Rajasthan Congress: जल्द हो सकता मंत्रिपरिषद फेरबदल विस्तार, सचिन पायलट के भविष्य को लेकर भी निर्णय संभव !

Rajasthan Congress: जल्द हो सकता मंत्रिपरिषद फेरबदल विस्तार, सचिन पायलट के भविष्य को लेकर भी निर्णय संभव !

जयपुर: प्रदेश में जल्द ही मंत्रिपरिषद में फेरबदल विस्तार होने की संभावनाओं को लेकर एक बार फिर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है ! इसके साथ ही सचिन पायलट के एपिसोड का अंत होने की चर्चा है. पायलट को जल्द ही कोई नई जिम्मेदारी मिल सकती है. पार्टी के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर रंधावा के सचिन पायलट से मिलने के बाद उनके भावी भविष्य को लेकर बैठक होगी. इससे पहले रंधावा सभी नेताओं से मिलेंगे. साथ ही राज्य के सभी कांग्रेस मंत्रियों और विधायकों से मिलेंगे. इसी के चलते प्रदेश प्रभारी एक-दो दिन में जयपुर आ सकते हैं. 

आपको बता दें कि राजस्थान के घटनाक्रम पर दिल्ली में आज महत्वपूर्ण सचिन पायलट को भी इस मीटिंग में बुलाया जा सकता है. इस दौरान केसी वेणुगोपाल, अंबिका सोनी, मुकुल वासनिक भी इस मीटिंग में मौजूद रह सकते हैं. इससे पहले पार्टी के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर रंधावा ने बुधवार को कहा कि पायलट ने मुद्दा सही उठाया है, लेकिन उनका तरीका गलत था. उन्होंने राजस्थान प्रदेश कांग्रेस से जुड़े पहले के कई घटनाक्रमों के संदर्भ में यह भी कहा कि पहले कई बार कार्रवाई होनी चाहिए थी जो नहीं हुई, लेकिन अब अनुशासनहीनता को लेकर कार्रवाई होगी.

रंधावा ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से भी मुलाकात की: 
रंधावा ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से भी मुलाकात की. सूत्रों के अनुसार, खरगे के साथ मुलाकात के दौरान रंधावा ने पायलट के अनशन के संदर्भ में चर्चा की है. वह करीब आधे घंटे तक खरगे के आवास पर रहे. बाद में रंधावा ने मीडिया से कहा कि सचिन पायलट ने जो मुद्दे उठाए हैं उससे मैं सहमत हूं, लेकिन उठाने का तरीका गलत था. उन्हें विधानसभा सत्र के दौरान इसे उठाना चाहिए था. विधानसभा एक मंच था जहां वो भ्रष्टाचार का मुद्दा उठा सकते थे. वहां मुख्यमंत्री को जवाब देना पड़ता.

उन्हें यह भी कहना चाहिए था कि गजेन्द्र सिंह शेखावत की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई ? 
उन्होंने कहा कि मैं प्रभारी हूं. मेरी और मुख्यमंत्री की उतनी बैठकें नहीं हुई जितना पायलट के साथ होती हैं, क्योंकि उनके परिवार के साथ 1986 से मेरा रिश्ता है... मुझे बता देते कि मेरे मुद्दे ये हैं. रंधावा ने यह भी कहा कि उन्हें यह भी कहना चाहिए था कि गजेन्द्र सिंह शेखावत की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? उन्होंने कहा कि मैंने पहले कहा था कि यह (अनशन) पार्टी विरोधी गतिविधि है...पिछले दिनों के घटनाक्रमों का मैं विश्लेषण करूंगा. पूरी रिपोर्ट दूंगा.

कार्रवाई तो कई बार होनी चाहिए थी जो नहीं हुई:
अनुशासनहीनता से जुड़े पहले के घटनाक्रमों को लेकर कार्रवाई नहीं होने के सवाल पर रंधावा ने कहा कि कार्रवाई तो कई बार होनी चाहिए थी जो नहीं हुई. अब वैसा नहीं होगा. अब कार्रवाई होगी. उधर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पायलट बुधवार सुबह दिल्ली पहुंचे. पायलट के करीबी सूत्रों ने बताया कि फिलहाल पार्टी नेतृत्व के साथ मुलाकात का कोई कार्यक्रम तय नहीं है. पायलट ने राजस्थान में वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पूर्ववर्ती सरकार में हुए कथित भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई की मांग को लेकर मंगलवार को जयपुर में एक दिन का अनशन किया था.