जयपुर: आखिरकार 47 दिन के बाद राजस्थान महिला प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी की दूसरी सूची जारी हो गई. दूसरी कार्यकारिणी में भी केवल 20 पदाधिकारियों की घोषणा की गई है. जिनमें 7 प्रदेश महासचिव और 13 सचिवों का एलान किया गया है. वहीं 13 जिला अध्यक्षों की भी घोषणा की गई है. दरअसल इस बार सदस्यता के आधार पर पदाधिकारियों की नियुक्ति हो रही है. ऐसे में सदस्यता अभियान की धीमी स्पीड के चलते छोटी और किश्तों में नियुक्तियों की सूचियां जारी हो रही है.
आखिरकार पौने दो साल से भंग पड़ी राजस्थान प्रदेश महिला कांग्रेस कार्यकारिणी का गठन अब शुरु हो चुका है. लेकिन सदस्यता अभियान के आधार पर नियुक्तियां होने के चलते छोटी-छोटी और किश्तों में सूचियां जारी हो रही है. अभी दो सूचियों में सिर्फ 32 प्रदेश पदाधिकारियों का ऐलान हुआ है. जबकि लक्ष्य करीब 200 पदाधिकारियों की कार्यकारिणी का गठन करना है. वहीं 50 जिलों में से अब तक 29 जिला अध्यक्षों की घोषणा हुई है.
-प्रदेश महिला कांग्रेस कार्यकारिणी की दूसरी सूची जारी
-दूसरी लिस्ट में 7 प्रदेश महासचिव और 13 सचिवों की घोषणा
-13 जिला अध्यक्षों का भी हुआ ऐलान
-अब तक दो लिस्ट में टोटल 32 प्रदेश पदाधिकारी बनाए गए
-9 उपाध्यक्ष, 10 महासचिव और 13 प्रदेश सचिव अब तक बनाए
-50 में से टोटल 29 जिला अध्यक्षों की हुई अब तक घोषणा
-21 जिला अध्यक्षों की अभी औैर होना है नियुक्ति
-सदस्यता के आधार पर इस बार पदाधिकारी बनाने का अपनाया फार्मूला
-राजस्थान को अभियान के तहत दिया 52 हजार सदस्य बनाने का लक्ष्य
-अभी तक 27 हजार महिलाओं को बनाया गया सदस्य
-अभियान की धीमी रफ्तार के चलते किश्तों में आ रही है छोटी कार्यकारिणी
दरअसल इस बार सदस्यता के आधार पर पदाधिकारी बनाने का मापदंड रखा गया है. जिसके तहत प्रदेश पदाधिकारी और जिला अध्यक्ष बनने के लिए 100 महिलाओं को सदस्य बनाने की अनिवार्यता रखी गई है. अभियान की लॉन्चिंग के बाद करीब 11 माह में राजस्थान से 27 हजार महिलाएं ही सदस्य बन पाई है. वहीं देशभर में 10 लाख महिलाओं को सदस्य बनाने का लक्ष्य तय किया गया है.
दरअसल हाईकमान का मकसद इसके पीछे महिला वोट बैंक की ताकत को सियासी रूप से भुनाना है. क्योंकि बीजेपी की लोकसभा में जीत की हैट्रिक में महिला वोट बैंक का बड़ा रोल रहा है. ऐसे में मेंबरशिप के जरिए कांग्रेस पार्टी ज्यादा से ज्यादा नारी शक्ति को जोड़ने की रणनीति पर काम कर रही है. अब देखना है कि अभियान के तहत कांग्रेस पार्टी के साथ आने वाली महिलाओं से कांग्रेस को चुनावों में आगे कितना फायदा मिलता है.