विधानसभा का मानसून सत्र, राजस्थान विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध विधेयक 2025 पारित किया

विधानसभा का मानसून सत्र, राजस्थान विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध विधेयक 2025 पारित किया

जयपुर: राजस्थान विधानसभा के मानसून सत्र में आज राजस्थान विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध विधेयक 2025 पारित किया गया. इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही स्थगित की गई. सदन की कार्यवाही कल सुबह 11 बजे तक स्थगित की गई. इससे पहले राजस्थान विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध विधेयक 2025 पर आज विधानसभा में चर्चा हुई. सदन में गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष के इलाके में धर्मांतरण की बड़ी घटनाएं होती है, लेकिन इन्हें चिंता है अपने राजनीतिक अस्तित्व की. राहुल गांधी का संदेश आ गया बिल पर नहीं बोलना है. दिल्ली के अनुसार यह चल रहे हैं. अफसोस होता है. इस सदन के कई व्यक्ति अपने आप को हिंदू मानने से इनकार कर रहे हैं. जबकि आदिवासी लोगों का जबरन धर्मांतरण कराया गया.

धोखाधड़ी से शादी लव जेहाद:
गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा कि धोखाधड़ी से शादी लव जेहाद है. ये धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन है. धार्मिक धर्मांतरण का कोई भी प्रयास अनुचित है. संविधान जबरन लोभ लालच से धर्मांतरण का संरक्षण नहीं करता है. इस कानून का उद्देश्य धार्मिक सहिष्णुता को बनाए रखना है. यह पहली बार बिल नहीं आया. देश के अलग-अलग राज्यों में आवश्यक पड़ने पर कानून बनाए गए. 2008 में राजस्थान में बीजेपी सरकार के समय बिल लाया गया था. अब यशस्वी मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा नया कानून लेकर आए हैं.

गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम के जवाब शुरू होने पर सदन में हंगामा हुआ. संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि कांग्रेस नहीं चाहती धर्मांतरण रुके. इसलिए कांग्रेस का नाम काले अक्षर से लिखा जाएगा. कांग्रेस विधायक इस विषय पर नहीं बोल रहे है. इन्होंने राजस्थान की जनता का अपमान किया है. कांग्रेस पार्टी हाय हाय. गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस ने छुपे हुए एजेंडे के तहत चर्चा में भाग नहीं लिया. आजादी के बाद हमारे संविधान में आचार विचार की स्वतंत्रता दी, लेकिन ये स्वतंत्रता नहीं दी. किसी का धोखे से धर्म नहीं बदला जाए. 11 सदस्यों ने चर्चा में भाग लिया. बाबा साहेब अंबेडकर ने भी कहा धर्मांतरण समाज के लिए चिंता का विषय है. धार्मिक ग्रंथों में भी समय समय पर उल्लेख है. तुलसीदास जी ने रामचरितमानस में इस तरह कहा है. 
जब जब होई धरम कै हानी। बाढ़हिं असुर अधम अभिमानी'
'करहिं अनीति जाइ नहिं बरनी। सीदहिं बिप्र धेनु सुर धरनी'
'तब तब प्रभु धरि बिबिध सरीरा। हरहिं कृपानिधि सज्जन पीरा'

विधायक शंकर सिंह रावत ने कहा कि बिजयनगर में धर्म परिवर्तन की घटनाएं हुई.कांग्रेस चुप रही. चीता मेहरात समाज को अल्पसंख्यक में लेने के लिए कांग्रेस राज में सर्टिफिकेट बने.
मुख्यमंत्री का आभार बिल लाकर राज्य के लोगों की भावनाओं का आदर किया. विधायक गुरवीर सिंह ने कहा कि मैं भारत पाक की सीमा से आता हूं. जहां गरीब परिवारों का मिशनरी संस्थाओं ने शोषण किया.

गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम कि महाभारत में श्लोक है.
'यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत'
'अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्'
'जिसका अर्थ है, "हे भारत! जब-जब धर्म की हानि होती है'

'और अधर्म की वृद्धि होती है, तब-तब मैं स्वयं को प्रकट करता हूं'
'राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस बिल को लाकर धर्म को स्थापित किया है'
'इस बिल को पारित कराया जाए.

विपक्ष का बिल में शामिल नहीं होना अफसोसजनक:
विधायक बालमुकुंदाचार्य ने कहा कि प्रेम विवाह के नाम धर्मांतरण किया गया. मैंने कई बच्चियों को पुलिस से मिलवाया. उनके साथ ज्यादती की धर्म परिवर्तन कराया गया. लोभ लालच और धोखे प्रेम के कारण'. 'जुर्माना और संपति का ध्वस्तीकरण धर्म परिवर्तन को रोकने का काम करेंगे. विधायक बालमुकुंदाचार्य ने कहा कि कांग्रेस बिल को लाना नहीं चाहती है. ये लोग उनका समर्थन कर रहे. जो लव जेहाद के नाम तीन तीन चार चार शादी करते हैं. नए कानून से ऐसे लोगों पर नकेल कसी जाएगी. भीलवाड़ा विधायक अशोक कोठारी ने कहा कि ये बिल पहले ही आना ही चाहिए था. विपक्ष का बिल में शामिल नहीं होना अफसोसजनक है.