नई दिल्ली: राज्यसभा की कार्यवाही जारी है. राज्यसभा में संविधान पर चर्चा की जा रही है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के भाषण के बाद मल्लिकार्जुन खरगे ने भाजपा नेताओं पर हमला करते हुए कहा कि वे लोग JNU में पढ़े हुए हैं और हम नगर निगम से पढ़े हुए हैं. उनकी इंग्लिश अच्छी हो सकती है, हिंदी अच्छी हो सकती है, लेकिन करतूत अच्छी नहीं हो सकती.
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हमारी बहादुर नेता इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान को दो टुकड़ों में विभाजित किया और बांग्लादेश को आजाद कराया. इस देश का गौरव दुनिया भर में फैला. वहां (बांग्लादेश में) जो अराजकता चल रही है, कम से कम इन (भाजपा) लोगों को अपनी आंखें खोलनी चाहिए और वहां के अल्पसंख्यकों को बचाने की कोशिश करनी चाहिए.
BJP की मुंह से संविधान की रक्षा की बात हास्यास्पद लगती है:
खरगे ने कहा कि आप समाजवाद की बात करते हो. आप पढ़ो इसको. जो लोग झंडे से, अशोक चक्र से, संविधान से नफरत करते हैं, ये लोग आज हमको पाठ पढ़ा रहे हैं. संविधान जब बना, उस वक्त ये (BJP) संविधान को जलाने वाले लोग हैं. रामलीला मैदान में नेहरू, बाबासाहब और महात्मा गांधी का पुतला रखकर रामलीला मैदान में ये लोग जलाए जिस दिन संविधान लागू हुआ. BJP की मुंह से संविधान की रक्षा की बात हास्यास्पद लगती है. BJP संविधान का अलग अर्थ निकालती है.
BJP के पाप बहुत गंभीर हैं:
उन्होंने कहा की मैं आपको 7 दिसंबर 2022 का दिन याद दिलाना चाहता हूं जब आप पहली बार सभापति के रूप में इस सदन में पधारे थे. मैंने आपके स्वागत में कहा था आप मेंबर्स के अधिकारों और भावनाओं की जानकारी बहुत है जैसे संसद 2 सदनों से मिलकर चलती है उसी तरह लोकतंत्र सत्तापक्ष और विपक्ष के 2 पहियों पर चलता है. सत्ता दल का अपना सरकारी एजेंडा होता है. और हम लोगों के मुद्दों को यहां और सवालों की चर्चा करते हैं. हमारे संविधान निर्माताओं ने जिस मकसद से राज्यसभा का गठन किया उसी भावना से ये सदन काम कर पा रहा है. इस पर आप गैर कीजिए. अब टीका करने से आपके पाप धुलेंगे नहीं जो कोविड़ में मरे, जो आज हर जगह सड्यूल कास्ट, महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं. BJP के पाप बहुत गंभीर, जल्दी से धुलने वाले नहीं है. संविधान हर व्यक्ति को शक्तिशाली बनाता है.
उन्होंने कहा कि अमेरिका, यूके, फ्रांस डेमोक्रेसी की बहुत बातें करते थे लेकिन महिलाओं को वोटिंग राइट्स नहीं थे. क्या ये नेहरू, आंबेडकर या संविधान सभा की देन नहीं. संविधान सभा में भाजपा के जो सदस्य थे, चिल्लाते रहते थे. संघ के मुखपत्र ऑर्गेनाइजर ने 51-52 चुनावों के दौरान अडल्ट फ्रैंचाइज के खिलाफ लिखा था. ये कहा गया कि सत्यानाश हुआ तो नेहरू देखेंगे. जो अच्छी बातें किसी की हों, वो सब छिपाकर कट एंड पेस्ट. हमारे प्रधानमंत्री और राजनाथ सिंह जो कोट कर रहे थे.
प्रधानमंत्री ने लोगों को गुमराह करने की कोशिश की है:
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने संसद में कहा कि 1947 से 1952 तक कोई चुनी हुई सरकार नहीं थी, लेकिन दूसरी तरफ कहा कि वे कानूनी संशोधन ला रहे थे. ये कहकर पीएम ने लोगों को फिर गुमराह करने की कोशिश की. खरगे ने कहा कि मैं पीएम मोदी को याद दिलाना चाहता हूं कि देश की आजादी के लिए जिन्होंने लड़ाई लड़ी उन पर टिप्पणी करने का अधिकार उन्हें नहीं है. खरगे ने आगे कहा कि नेहरू के खिलाफ नफरत में पीएम मोदी इतना आगे निकल गए कि उन्होंने अंतरिम सरकार, संविधान और अपने नेता श्यामा प्रसाद मुखर्जी पर भी सवाल उठा दिया.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, " आप पंडित जवाहरलाल नेहरू के नाम पर सभी का अपमान कर रहे हैं. सरदार पटेल भी उनके साथ थे, अंबेडकर भी उनके साथ थे. नेहरू जी ने मुख्यमंत्रियों को एक पत्र लिखा था, जिसका जिक्र मोदी जी ने अपने भाषण में तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर नेहरू जी को बदनाम करने के लिए किया, जिसके लिए उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए। यह मेरी मांग है.