जयपुर: देश-विदेश में कोरोना की त्रासदी के दौरान पहचान बनाने वाला राजधानी का "RUHS" मेडिकल कॉलेज जल्द ही "एसएमएस" का विकल्प बनेगा "RUHS" मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में एक तरफ जहां मरीजों को कार्डियो, न्यूरो, नेफ्रो, आर्थो, गायनी और पीडियाट्रिक समेत हर तरह की चिकित्सा सुविधाएं मिलेगी, वहीं दूसरी ओर मेडिकल स्टूडेंटस के लिए पीजी और सुपर स्पेशिलिटी की पढ़ाई का भी रास्ता खुलेगा ये सबकुछ संभव होगा राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय की तरफ से सरकार को भेजे गए चिकित्सा सेवाओं में बढ़ोत्तरी के प्रस्ताव से आखिर क्या है प्रस्ताव और कैसे "एसएमएस" के क्राउड कंट्रोल में मिल का पत्थर साबित होगी ये कवायद.
एसएमएस अस्पताल का नाम जेहन में आते ही मरीजों का मेला दिखाई देना स्वाभाविक है. राजस्थान ही नहीं बल्कि आसपास के राज्यों के मरीजों के लिए यह चिकित्सा संस्थान इलाज की सबसे बडी उम्मीद है. लेकिन मरीजों के भारी दबाव के चलते अब एसएमएस में सेवाएं हांपने लगी है. ऐसे में अब जरूरत महसूस होने लगी है कि एसएमएस का विकल्प तैयार किया जाए. इसी सोच को साकार करने के लिए राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय ने सरकार को "RUHS" मेडिकल कॉलेज को विस्तार देने का एक बड़ा प्रस्ताव भेजा है. इस प्रस्ताव में "RUHS" मेडिकल कॉलेज में 25 नए विभाग खोलने के साथ ही कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी समेत अन्य सुपर स्पेशिलिटी सेवाएं शुरू करने की योजना है.
मेडिकल हब के रूप में विकसित होगा "आरयूएचएस"
शहर की बढ़ती जरूरतों के हिसाब से चिकित्सा सेवाओं का प्रस्ताव
"आरयूएचएस" में विभिन्न सेवाओं की 25 यूनिटें खोलने का प्रस्ताव
जनरल मेडिसीन की 3, जनरल सर्जरी की 3, गायनी की 3, पीडियाट्रिक की 3
ईएनटी की 2, ऑप्थमोलॉजी की 2, ऑथोपेडिक्स की 2, स्कीन की 1,
साइकेट्रिक की एक, रेडियोलॉजी की 1, रेस्पिरेटरी मेडिसिन की 1
पीएमआर की 1, रेडियोथैरेपी की 1 व डेस्टिस्ट की 1 यूनिट खोलने का प्रस्ताव
इसके साथ ही एनेस्थिसिया, इम्यूनो हीमेटोलॉजी एण्ड ट्रांसफ्यूजन मेडिसीन,
फोरेसिंक मेडिसीन,पेथोलॉजी,बायोकेमेस्ट्री, माइक्रो बायलॉजी विभाग का भी प्रस्ताव
तो बदलेगी जयपुर दक्षिणी में मेडिकल सेवाओं की तस्वीर !
"आरयूएचएस" में विभिन्न सेवाओं की 25 यूनिटें खोलने का प्रस्ताव
इन 25 यूनिटों के लिए जरूरी पद व वित्तीय स्वीकृति का है प्रस्ताव
25 यूनिटों में 29 प्रोफेसर, 32 एसोसिएट प्रोफेसर, 68 असिस्टेंट प्रोफेसर
74 एसआर और 102 जेआर के पदों के लिए भेजा गया है सरकार को प्रस्ताव
इन प्रस्तावों को मंजूरी मिलने के बाद "आरयूएचएस" अस्पताल में मिलेगी सेवाएं
सामान्य मरीजों के साथ ही हर तरह के मरीजों को चिकित्सा सेवाएं होगी उपलब्ध
"आरयूएचएस" को बूस्टर डोज !
सुपर स्पेशिलिटी सेवाओं का भी केन्द्र होगा "आरयूएचएस"
कॉडियोलॉजी में एक, नेफ्रोलॉजी में एक, गेस्ट्रोएंट्रोलॉजी में एक,
न्यूरोलॉजी में एक, न्यूरोसर्जरी में एक, यूरोलॉजी में एक यूनिट का प्रस्ताव
इन सभी यूनिटों के लिए एक-एक प्रोफेसर, एक एक एसोसिएट प्रोफेसर,
दो-दो असिस्टेंट प्रोफेसर, दो-दो एसआर और 4-4 जेआर के पदों का प्रस्ताव
इन सेवाओं से एक तरफ जहां अस्पताल के मरीजों को मिलेगा फायदा
वहीं दूसरी ओर पास में विकसित कैंसर हॉस्पिटल के मरीज भी होंगे लाभान्वित
आरयूएचएस मेडिकल कॉलेज में चिकित्सा सेवाओं के विस्तार से न सिर्फ मरीजों को फायदा मिलेगा, बल्कि मेडिकल में स्पेशिलिटी की पढ़ाई का सपना सजो रहे चिकित्सकों के लिए भी बड़ा विकल्प तैयार होगा.....इन प्रस्तावों को मंजूरी मिलती है तो आरयूएचएस मेडिकल कॉलेज में विभिन्न संकाय में पीजी और सुपर स्पेशिलिटी के कोर्स शुरू होंगे.....हर साल करीब सवा सौ के आसपास चिकित्सकों को हायर स्टेडी का मौका मिलेगा.