मेलबर्न: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज से शनिवार को मुलाकात की और द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी, आर्थिक अवसरों, लोगों के बीच संबंध एवं क्रिकेट समेत कई विषयों पर चर्चा की. जयशंकर फिजी से यहां पहुंचे. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुभकामना संदेश उनके ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष को दिया.
जयशंकर ने ट्वीट किया कि ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज से मिलकर प्रसन्नता हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का व्यक्तिगत शुभकामना संदेश उन्हें दिया. चर्चा के दौरान हमारी रणनीतिक साझेदारी की भावना प्रतिबिंबित हुई. इस संबंध में हाल के घटनाक्रमों से प्रधानमंत्री अल्बनीज को अवगत कराया. ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री अल्बनीज ने ट्वीट किया कि अगले महीने अपनी भारत यात्रा से पहले आज सुबह डॉ. एस. जयशंकर से मिलना बहुत अच्छा रहा. हमने अपनी रणनीतिक साझेदारी, आर्थिक अवसरों और लोगों के बीच संबंधों पर चर्चा की, जो हमारे देशों को समृद्ध करते हैं.
आपूर्ति श्रृंखलाओं को हासिल करने पर ध्यान केंद्रित:
जयशंकर ने ऑस्ट्रेलिया के जलवायु परिवर्तन और ऊर्जा मंत्री क्रिस बोवेन और विदेश मंत्री पेनी वोंग के साथ भी बैठकें कीं. उन्होंने ट्वीट किया कि ऑस्ट्रेलिया के जलवायु परिवर्तन और ऊर्जा मंत्री क्रिस बोवेन के साथ बैठक अच्छी रही. जलवायु वित्तपोषण, क्षति व अधिक सहयोग की आवश्यकता पर चर्चा की. नवीकरणीय ऊर्जा प्रौद्योगिकी और आपूर्ति श्रृंखलाओं को हासिल करने पर ध्यान केंद्रित किया.
जल्द ही नयी दिल्ली में उनका स्वागत करेंगे:
उन्होंने कहा कि आज सिडनी हार्बर में विदेश मंत्री वोंग के साथ गर्मजोशी भरी और व्यापक चर्चा की. हिंद-प्रशांत रणनीतिक परिदृश्य, क्वाड में प्रगति, जी20 विकास और हमारे संबंधित आस-पास के क्षेत्रों पर विचारों का आदान-प्रदान किया. अपने द्विपक्षीय एजेंडे पर आगे बढ़ने का उल्लेख किया. भारतीय समुदाय को लक्षित करने वाली कट्टरपंथी गतिविधियों के खिलाफ सतर्कता की आवश्यकता पर बल दिया. जल्द ही नयी दिल्ली में उनका स्वागत करेंगे.
सभी हितधारकों के योगदान का स्वागत है:
इससे पहले जयशंकर ने ‘सिडनी बिजनेस ब्रेकफास्ट’ कार्यक्रम में बात की, जहां उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आज के वैश्विक परिदृश्य में समान विचारधारा वाले देशों को अर्थव्यवस्था को जोखिम से मुक्त करने के लिए एकसाथ काम करने और डिजिटल दुनिया की चुनौतियों का सामना करने एवं अर्थव्यवस्था के लिए स्थिरता प्रदान करने वाले संबंधों के निर्माण की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि बदलते वैश्विक परिदृश्य में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक महत्वपूर्ण साझेदारी बन रही है और सभी हितधारकों के योगदान का स्वागत है. सोर्स-भाषा