सांचौर: सांचौर में प्रेमी युगल ने डेम में कूदकर आत्महत्या कर ली. यह पूरा प्रकरण प्रेम प्रसंग का बताया जा रहा हैं. दोनों के साथ में फ़ोटो भी वायरल हुये हैं. युवक-युवती दोनों गुजरात के रहने वाले थे. पूरे मामले में पुलिस जांच कर रही है.
सांचौर में एक प्रेमी युगल ने नर्मदा नहर परियोजना के डीआर प्रोजेक्ट के डेम में कूदकर सुसाइड कर लिया. सुसाइड करने से पहले दोनों ने इंस्टाग्राम पर रील डाली थी. जिसमें दोनों की साथ में फोटो थी. पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों की मदद से शवों को बाहर निकालकर राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया जिसमें मोर्चरी में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिये.
सांचौर थानाधिकारी निरजंन प्रतापसिंह ने बताया कि शुक्रवार सुबह 10 बजे ग्रामीणों से सूचना मिली कि डेम के पास में एक लावारिश बाइक खड़ी और डेम के किनारे पर चप्पल की जोड़ी तैर रही है. सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थानीय गोताखोरों को डेम में उतारा जिसमें रेस्क्यू ऑपरेशन से दोनों के शव बाहर निकाले. युवक बरकत खान (20) पुत्र खमीसा खान और लड़की मदीना (19) पुत्री खमीसा खान गुजरात के वारा के रहने वाले थे. जिसके बाद परिजनों को सूचना दी गई. शवों के राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपे गये. सांचौर पुलिस मामले की जांच कर रही है.
गुजरात के वारा निवासी लड़की के ताऊ बाबू खां ने बताया कि दोनों का घर भी पास-पास ही है. दोनों रोजाना पास ही के खेता में भेड़ों को चराने जाते थे. मदीना गुरुवार को सांचौर के पास पीर की जाल स्थित दरगाह गई थी. उसके बाद देर शाम को वापस वारा गांव आई थी. उसका घर स्टैंड से थोड़ा दूर था और उसके घर से डेढ़ किलोमीटर पहले मेरा बड़े पापा के घर पर रुकी थी. रात को खाना खाने के बाद वह घर में सो गई.
कूदने से पहले बरकत ने रात 2 बजकर 55 मिनट पर इंस्टाग्राम पर रील डाली थी:
बाबू खां ने बताया कि देर रात किसी समय बरकत अपनी बाइक से मदीना को लेकर सांचौर के पहाड़पुरा पहुंचा और डेम में कूद गए. कूदने से पहले बरकत ने रात 2 बजकर 55 मिनट पर इंस्टाग्राम पर रील डाली थी. जिसमें बरकत और मदीना की फोटो थी. हम सुबह उठे तो मदीना घर में नहीं थी तो हमने सोचा कि वह घर चली गई. सुबह 11 बजे दोनों का फोटो लगा स्टेट्स देखा तो दोनों की तलाश की लेकिन दोनों कहीं नहीं मिले.
मदीना की मां की दो साल पहले मौत हो गई थी:
बाबू खां ने बताया कि दोपहर 12 बजे बाद परिवार के लोगों के पास फोन आया कि दोनों के शव सांचौर में डेम के पास मिले है. उन्होंने बताया कि हमारे घर से डेम की दूरी करीब 20 किलोमीटर है. मदीना की मां की दो साल पहले मौत हो गई थी. वह भाई-बहनों में सबसे बड़ी थी और अपने भाई-बहनों और पिता के साथ रहती थी. वह दिन में भेड़ चराने निकल जाती थी.