जयपुरः शारदीय नवरात्रों की शुरुआत 3 अक्टूबर से हो रही है. सनातन धर्म में शारदीय नवरात्र की अवधि को विशेष महत्व दिया गया है. इस दौरान ऋतु में भी परिवर्तन आता और शरद ऋतु प्रारंभ हो जाती है. यह पर्व मुख्य रूप से मां दुर्गा के 9 रूपों की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित माना जाता है.
इस अवधि को माता रानी की कृपा प्राप्ति के लिए बहुत ही उत्तम माना जाता है. जो भी साधक पूरे विधि-विधान से नवरात्र के व्रत और पूजा-अर्चना करता है, उसके सभी दुख-संताप दूर होते है. साथ ही मां दुर्गा की कृपा से साधक की सभी मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं.
आमेर में शारदीय नवरात्रि 3 अक्टूबर से शुरू होंगे. शिला माता मंदिर में सुबह 6:35 बजे वैदिक मंत्रोच्चार के साथ घट स्थापना होगी. सुबह 7:35 बजे से श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे. 10 महाविद्याओं और 9 दुर्गाओं की प्रतिदिन पूजा-अर्चना होगी. नवरात्रि को लेकर आमेर महल में विशेष तैयारियां शुरू की जा चुकी है. 9 अक्टूबर को भरेगा आमेर में छठ का मेला भरेगा. 10 अक्टूबर को रात 10 बजे निशा पूजन होगी. 11 को शाम 4:39 बजे पूर्णाहुति होगी, 13 अक्टूबर को सुबह 10:30 बजे उत्थापना होगा. सुबह 6 से 12:39 और शाम को 4 से रात 8:30 बजे तक श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे. मंदिर के पुजारी बनवारी लाल शर्मा ने जानकारी दी.