नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि देश में ऐसी ‘ताकतें’ हैं जो ‘नहीं चाहती’ कि बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त करें और भारत प्रगति करे. डॉ बी आर आंबेडकर की जयंती पर दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के मुख्यालय में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा ऐसा असर पैदा कर सकती है जो गरीबी को कम करने में मदद कर सकती है.
बाद में, मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक बयान जारी किया जिसमें केजरीवाल ने दावा किया कि इस देश में ऐसी ताकतें हैं जो नहीं चाहतीं कि भारत प्रगति करे. उन्होंने आरोप लगाया कि ‘वे (ये ताकतें) नहीं चाहती कि देश में बच्चे उच्च शिक्षित हों और ये वे लोग हैं जिन्होंने पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को सलाखों के पीछे पहुंचाने की साजिश रची. आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख ने कहा कि ऐतिहासिक रूप से भी, जब भी कोई महान व्यक्तित्व आगे आया और जनता को शिक्षित करने की कोशिश की, तो हमेशा एक निरंकुश शासक ने उस पर हमला किया.
प्रत्येक बच्चे में उसके जैसा बनने की क्षमता:
केजरीवाल ने कहा कि डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर अपनी शिक्षा के कारण ही इतने महान व्यक्तित्व बने. केजरीवाल ने दावा किया कि हम चाहते हैं कि हमारे सभी बच्चे डॉ. आंबेडकर की तरह बनें. हम मानते हैं कि प्रत्येक बच्चे में उसके जैसा बनने की क्षमता है. लेकिन ये विभाजनकारी ताकतें एक आंबेडकर को नहीं संभाल पाईं और अगर हमारे सारे बच्चे उनके जैसे हो गए तो ये ताकतें देश छोड़ने पर मजबूर हो जाएंगी. इसीलिए वे हमारे बच्चों को अच्छी गुणवत्ता वाली शिक्षा नहीं दे रहे हैं. सोर्स-भाषा