जयपुर: भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) में शिकायत दर्ज कराकर आरोप लगाया कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के काले धन को सफेद करने (धन शोधन) के लिए कुछ कारोबारी उद्यमों का इस्तेमाल किया जा रहा है. इस शिकायत में मुख्यमंत्री गहलोत के बेटे वैभव गहलोत और उनके (बेटे) कारोबारी सहयोगी के रूप में वर्णित एक व्यक्ति के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत कार्रवाई की मांग की गई है.
शिकायत में वैभव गहलोत की पत्नी सहित कई अन्य लोगों का भी नाम है. भाजपा के राज्यसभा सदस्य ने शिकायत में आरोप लगाया है कि मॉरीशस की एक मुखौटा (शेल) कंपनी धनशोधन में शामिल है. मीणा अपने कुछ समर्थकों के साथ शुक्रवार को केंद्रीय एजेंसी के कार्यालय में पहुंचे और प्रवर्तन निदेशालय के संयुक्त निदेशक को इस संबंध में 10 पन्नों की शिकायत सौंपी. शिकायत में कहा गया है कि राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष वैभव गहलोत के एक स्थानीय व्यवसायी के साथ संबंध हैं और वह अवैध धन का उपयोग करके देश भर में उद्यम चलाते हैं. मीणा ने दो होटल कारोबारियों का नाम लेते हुए आरोप लगाया कि वे कथित धन शोधन घोटाले का हिस्सा हैं.
भाजपा नेता ने कहा कि शिकायत में प्रस्तुत "तथ्यों" के लिए ईडी द्वारा एक विस्तृत और स्वतंत्र जांच की आवश्यकता है. उन्होंने आरोप लगाया कि वैभव गहलोत और अन्य द्वारा कर चोरी के अलावा 'बेनामी' लेनदेन किए जा रहे हैं. मीणा ने बृहस्पतिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया था कि जांच से पता चलेगा कि मुख्यमंत्री देश के सबसे अमीर राजनेता हैं. मीणा ने आरोप लगाया था कि एक शेल कंपनी का इस्तेमाल गहलोत परिवार के काले धन को सफेद धन में बदलने के लिए किया जा रहा है. मुख्यमंत्री या उनके कार्यालय की ओर से इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. सोर्स- भाषा