विद्यार्थियों को मतदाता जागरूकता की शिक्षा, निर्वाचन विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग के बीच MoU, देखिए खास रिपोर्ट

जयपुरः निर्वाचन विभाग ने मतदाता जागरुकता में एक कदम आगे बढ़ाने की तैयारी कर ली है.  स्कूली बच्चों को स्कूल स्तर पर ही लोकतांत्रिक मूल्यों से जोड़ने के लिए कक्षा 9-12 में सिलेबस को शामिल किया जायेगा और इसी दौरान स्कूल्स में निर्वाचन साक्षरता क्लब -ELC को मजबूत करने की कोशिशें और तेज की जा रहीं हैं. 

प्रदेश के स्टूडेंट्स अब स्कूल स्तर पर ही मताधिकार, नैतिक मतदान और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति जागरूक होंगे. इसके लिए निर्वाचन विभाग और स्कूल शिक्षा विभाग के बीच महत्वपूर्ण एमओयू (MoU) साइन किया गया है.

क्या हुआ अब तक ?
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन और स्कूल शिक्षा सचिव कृष्ण कुणाल ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए.

इसके तहत अब प्रदेश के सभी राजकीय और निजी माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्कूल्स-कक्षा 9 से 12 में निर्वाचन साक्षरता क्लब-ELC को मजबूत किया जायेगा.

मतदाता शिक्षा सिलेबस का हिस्सा

इस एमओयू के तहत स्कूल्स को स्कूली स्तर से ही मतदाता शिक्षा दी जाएगी. 

NCERT की ओर से विकसित मतदाता शिक्षा से संबंधित पाठ्यक्रम को राज्य की स्कूल शिक्षा में शामिल करने की तैयारी है.

साथ ही 2025-26 के शिविरा कैलेंडर में ईएलसी गतिविधियों को पहले ही शामिल कर लिया गया है.

ऑनलाइन मॉनिटरिंग और वोटर पंजीकरण
शाला दर्पण पोर्टल के माध्यम से निर्वाचन साक्षरता क्लब की ऑनलाइन मॉनिटरिंग होगी.

कक्षा 9 से 12वीं तक के 17 वर्षीय स्टूडेंट्स का अग्रिम मतदाता पंजीकरण संभव होगा.

18 वर्ष की आयु पूरी करते ही स्टूडेंट्स को मतदाता पहचान पत्र उपलब्ध हो जाएगा, जिससे वे आगामी चुनावों में सक्रिय रूप से भाग ले सकेंगे.

अब राजस्थान देश का संभवतः पहला राज्य होगा, जहां डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर आधारित ईएलसी क्लब और मतदाता शिक्षा को पाठ्यक्रम में औपचारिक रूप से जोड़ा जाएगा.

लोकतांत्रिक मूल्यों की ओर कदम
सीईओ नवीन महाजन ने कहा कि यह एमओयू स्कूली स्तर पर मतदाता शिक्षा को बढ़ावा देने में मील का पत्थर साबित होगा. वहीं शिक्षा सचिव कृष्ण कुणाल ने कहा कि इससे विद्यार्थियों में लोकतांत्रिक मूल्यों और नैतिक मतदान के प्रति समझ विकसित होगी और वे भविष्य में एक सशक्त मतदाता के रूप में अपनी भूमिका निभा सकेंगे. 

एमओयू के साथ ही महाजन ने निर्वाचन विभाग की त्रैमासिक पत्रिका ‘यूथ चला बूथ’ का भी विमोचन किया. यह पत्रिका विशेष रूप से युवा मतदाताओं पर केंद्रित है, जिसमें ईएलसी गतिविधियों और जागरूकता अभियानों को प्रमुखता से शामिल किया जाएगा.