Rajasthan Election 2023: चूरू जिले की 6 विधानसभा सीट पर मतदान जारी, सबसे अधिक 14 उम्मीदवार चूरू, सबसे कम 8 प्रत्याशी सरदारशहर विधानसभा सीट पर

Rajasthan Election 2023: चूरू जिले की 6 विधानसभा सीट पर मतदान जारी, सबसे अधिक 14 उम्मीदवार चूरू, सबसे कम 8 प्रत्याशी सरदारशहर विधानसभा सीट पर

राजस्थानः राजस्थान विधानसभा चुनाव में आज मतदान प्रक्रिया का आगाज हो चुका है. जो राज्य की 199 सीटों पर खड़े प्रत्याशियों के भाग्य को तय करेगा. ऐसे में लोकतंत्र के इस महाकुंभ में लोग जोरो शोरों से अपनी भागीदारी निभा रहे है. इधर चूरू जिले की 6 विधानसभा सीट पर मतदान जारी है. सुबह 7 बजे से शुरू हुई मतदान प्रक्रिया में लोग काफी उत्साह के साथ भाग ले रहे है.  

जिले में कुल 6 विधानसभा सीट हैं. जिसके लिए कुल 56 उम्मीदवार चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे है. सबसे अधिक 14 उम्मीदवार चूरू विधानसभा सीट से किस्मत आजमा रहे हैं. जबकि सबसे कम 8 उम्मीदवार सरदारशहर विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में है. इसके अलावा 6 विधानसभा में 31 निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में डटे हुए हैं. ठंड के न्यूनतम तापमान में लोग जोश के साथ मतदान केंद्र पहुंच रहे है. मतदान को लेकर मतदाताओं में काफी उत्साह का माहौल नजर आ रहा है. लोग सुबह सुबह से ही वोट की होड़ में लगे हुए है. 

आपको बता दें कि राजस्थान में आज 199 सीटों पर मतदान प्रक्रिया संपन्न होनी है. ऐसे में विधानसभा क्षेत्र से खड़े प्रत्याशियों के भाग्य को सुनिश्चित करेगा. कि आखिर आने वाला दिन सत्ता चौखट में बीतेगा या फिर से नया प्रयास. जिसके नतीजे तीन दिसंबर को सामने आएंगे

आपको बता दें कि राजस्थान के 199 विधानसभा क्षेत्रों में सुबह 7:00 से शाम 6:00 बजे तक मतदाना होगा. 199 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 51,507 मतदान केन्द्रों पर 5,26,90,146 मतदाता प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे. 18-30 आयु वर्ग के 1,70,99,334 के युवा मतदाता मतदान करेंगे, जिनमें 18-19 आयु वर्ग के 22,61,008 नव मतदाता शामिल हैं. जिला निर्वाचन अधिकारियों और अन्य अधिकारियों को मतदान को लेकर सारी तैयारियां के लिए पहले ही निर्देश दे दिए थे.

प्रदेश में कुल 36,101 स्थानों पर मतदान केन्द्र बनाए गए हैं.  कुल 10,501 मतदान केन्द्र शहरी क्षेत्र में और 41,006 ग्रामीण क्षेत्र में बनाए गए हैं.  कुल 26,393 मतदान केन्द्रों पर लाइव वेबकास्टिंग करवाई जाएगी. जिला स्तरीय कंट्रोल रूम से इन मतदान केंद्रों पर निगरानी की जाएगी. प्रदेशभर में 65,277 बैलट यूनिट, 62,372 कंट्रोल यूनिट और 67,580 वीवीपैट मशीनें रिजर्व सहित मतदान कार्य में उपयोग ली जाएंगी. 

6,287 माइक्रो आब्जर्वर की ड्यूटी:
विधानसभा चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण सम्पन्न कराने के लिए 6,287 माइक्रो आब्जर्वर और 6247 सेक्टर अधिकारी मय रिजर्व नियुक्त किए गए हैं जो मतदान दलों से सतत तालमेल बनाकर किसी भी प्रकार की परेशानी का तत्काल निराकरण करेंगे. सभी सेक्टर अधिकारियों को एक-एक अतिरिक्त ईवीएम मशीन भी दी जाएगी. जो ईवीएम संबंधी खराबी की सूचना होने पर सुधार एवं रिप्लेसमेंट की कार्यवाही करेंगे. ईवीएम संबंधी खराबी के तुरंत निराकरण के लिए हर विधानसभा में दो-दो बेल के इंजीनियर भी मौजूद रहेगे जो सूचना प्राप्त होने पर शीघ्र केन्द्रों पर पहुंचेंगे. बेल इंजीनियर के पास भी एक-एक अतिरिक्त ईवीएम मशीन रहेगी.  2,74,846 मतदान कर्मी मतदान सम्पन्न कराएंगे.7960 महिला मतदानकर्मी महिला प्रबन्धित मतदान केन्द्रों पर और 796 दिव्यांग मतदान कार्मिक दिव्यांग प्रबन्धित मतदान केन्द्रों पर कमान संभालेंगे.

सभी मतदान बूथों पर मतदान हेतु व्हील चेयर की व्यवस्था की गई है, जिसका लाभ लेते हुए वहां आने वाले दिव्यांगजन एवं 80 वर्ष की आयु के वरिष्ठ मतदाता अपना मत बिना किसी असुविधा के डाल सकते हैं.कुल 1,02,290 सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है. कुल 69,114 पुलिस कर्मी, 32,876 राजस्थान होमगार्ड, फोरेस्ट गार्ड और आरएसी जवानों का बल तैनात किया गया है. साथ ही CAPF की 700 कंपनिंयां तैनात की गयी है. मतदान दिवस पर सघन जांच और निगरानी के लिए हर विधानसभा क्षेत्र में 3 फ्लाइंग स्क्वॉड, 3 एसएसटी दल तैनात रहेंगे. व्यय संवेदनशील मतदान केन्द्रों में एक-एक अतिरिक्त एफएस और एसएसटी की तैनाती मतदान दिवस पर की जाएगी.

हर मतदान केन्द्र पर कम से कम तीन क्विक रिस्पांस टीम यानि क्यूआरटी की उपलब्धता रहेगी. गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब राज्यों से लगती 4850 किलोमीटर लम्बी अंतरराज्यीय सीमा पर बने चेकपोस्ट पर बाहरी अवांछित व्यक्तियों के प्रवेश को रोकने के उद्देश्य से सीलिंग और चेकिंग की कार्रवाई की जाएगी.मतदान के दिन सूचनाओं के तुरंत आदान प्रदान के लिये जिला स्तर व विधानसभा स्तर पर कम्यूनिकेशन टीम बनाई गई है. इस टीम में नियुक्त अधिकारी-कर्मचारी मतदान केन्द्रों तक मतदान दलों के पहुंचने की जानकारी, मॉकपोल होने की जानकारी, उसके बाद मतदान शुरू होने, मतदान का प्रतिशत जैसी जानकारियां मतदान केन्द्रों पर नियुक्त कर्मचारियों से चर्चा कर संकलित करेंगे.