प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए वोटिंग कल, राजस्थान पुलिस के करीब 85 हजार अधिकारी और जवान सम्भालेंगे सुरक्षा का जिम्मा

प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए वोटिंग कल, राजस्थान पुलिस के करीब 85 हजार अधिकारी और जवान सम्भालेंगे सुरक्षा का जिम्मा

जयपुरः राजस्थान में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए कल वोटिंग होगी. ऐसे में लोकतंत्र के महापर्व को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है. अंतर्राज्यीय सीमाओं पर CCTV से मॉनिटरिंग की जा रही है. DGP यूआर साहू ने चुनाव को लेकर जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में लोकसभा चुनावों के द्वितीय चरण के निर्वाचन क्षेत्रों के सीमावर्ती राज्यों की सीमाओं को सील किया गया है. 

UP, MP व  गुजरात से लगने वाली राजस्थान की सीमाओं को सील करते हुए चैक पोस्ट स्थापित की गई है. इन चैक पोस्ट पर 5 पुलिसकर्मी एवं 5 होम गार्ड्स का जाब्ता नियोजित कर निगरानी हो रही है. CCTV कैमरों और वीडियोग्राफी के जरिए राउंड द क्लॉक मॉनिटरिंग की जा रही है. 

संबंधित जिला पुलिस अधीक्षकों को पाबंद किया गया है. त्वरित कार्रवाई दल (QRT), स्ट्राइक फोर्स व क्रिटिकल क्लस्टर मोबाइल टीमों का गठन करना होगा. प्रत्येक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में स्थित विधानसभा क्षेत्रों में DSP या CI रैंक के पुलिस अधिकारियों को भी जिम्मा दिया गया है. पर्यवेक्षण अधिकारी नियुक्त करते हुए उन्हें भी पुलिसकर्मी व होमगार्ड (कुल 05 कर्मी) व 1 सेक्शन RAC का जाब्ता दिया है. इन सभी पुलिस अधिकारियों को परस्पर सतत समन्वय से शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए है. 

इन लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के प्रत्येक मतदान केन्द्र पर एक पुलिसकर्मी को नियोजित किया है. जो मतदाताओं की कतार बनवाने, अनुमत पहचान पत्र की प्राथमिक जांच के बाद मतदाता को मतदान केन्द्र में प्रवेश देने, मतदान केन्द्र पर कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने और चुनाव प्रक्रिया के दौरान EVM को सुरक्षा प्रदान करेंगे. सहायक मतदान केन्द्रों पर एक-एक होमगार्ड लगाया गया है. 

राजस्थान पुलिस के करीब 85 हजार अधिकारी एवं जवानों की तैनाती रहेगी. केन्द्रीय सशस्त्र बल और विशेष सशस्त्र बल की 175 कम्पनियां, राजस्थान शहरी-ग्रामीण होमगार्ड के 18 हजार 400 और बोर्डर होमगार्ड के 1600 जवानों को फील्ड में  तैनात किया है. द्वितीय चरण के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 24 पुलिस जिलों के तहत 28 हजार 105 मतदान केन्द्र और 651 सहायक मतदान केन्द्र बनाए गए है. 

सभी 13 निर्वाचन क्षेत्रों में स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं पारदर्शी मतदान के लिए पुलिस के पुख्ता इंतजाम किए गए है. राजस्थान पुलिस के करीब 85 हजार अधिकारी और जवान सुरक्षा का जिम्मा सम्भालेंगे. DGP ने वोटरों से  शांतिपूर्ण मतदान की अपील की