विश्व विख्यात मरु महोत्सव 2024: परमाणु नगरी पोकरण से होगा महोत्सव का आगाज, लोक-कला और संस्कृति का देखने को मिलेगा संगम

पोकरणः विश्व विख्यात मरु महोत्सव 2024 का आगाज परमाणु नगरी पोकरण से होगा. 21 से 24 फरवरी की अवधि में पोकरण और जैसलमेर में आयोजित होने वाले चार दिवसीय मरु महोत्सव के दौरान रेगिस्तान की कला और संस्कृति के साथ आध्यात्म के विविध रंग बिखरे हुए मिलेंगे. इस बार मरु महोत्सव की थीम भी ‘बैक टू डेजर्ट’ तय की गई है. 
 
21 फरवरी को  धोरों की धरा लोहारकी "राम मय "होगी. स्वाति मिश्रा की ओर से "राम आएंगे" की प्रस्तुति दी जाएगी. बाबा रामदेव के भजनों की लोक कलाकार प्रस्तुतियां देंगे. प्रथम परमाणु परीक्षण के बाद विश्व मानचित्र पर "लोहारकी" गांव उभरा था. 

इसमें पोकरण में 21 तारीख को होने वाले कार्यक्रमों की शुरुआत वहां के नेपालेश्वर महादेव मंदिर में आरती से होगी तो 22 फरवरी को जैसलमेर के आराध्य लक्ष्मीनाथजी के मंदिर में आरती की जाएगी. साथ ही पोकरण व जैसलमेर में अयोध्या में मंदिर निर्माण के वक्त देशभर में ‘राम आएंगे’ गीत को गूंजाने वाली स्वातिम मिश्रा की प्रस्तुतियां भी रहेंगी. 

डेजर्ट फेस्टिवल को लेकर प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी है. SDM गोपाल परिहार ने लोहारकी गांव का दौरा कर तैयारियों का जायजा लिया. लोहारकी के मखमली धोरों पर फेस्टिवल की तैयारियां तेज होने लगी है. मखमली धोरों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा. आध्यात्मिक गाथाओं से परिपूर्ण कार्यक्रमों के साथ विभिन्न कार्यक्रम भी होंगे. परमाणु परीक्षण के बाद अब मरु महोत्सव के आयोजन के साथ ही गांव की तस्वीर बदलेगी.