चटगांव: शुरू में वह थोड़ा नर्वस थे लेकिन जब कुलदीप यादव ने गेंद पर ग्रिप बना दी तो फिर उन्हें किसी भी समय ऐसा नहीं लगा कि उन्होंने लगभग दो साल तक टेस्ट क्रिकेट नहीं खेली. बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप ने बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट मैच में भारत का दबदबा बनाए रखने में अहम भूमिका निभाई. उन्होंने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 40 रन देकर पांच विकेट लिए जिससे बांग्लादेश की टीम पहली पारी में 150 रन पर आउट हो गई.
भारत ने बांग्लादेश के सामने 513 रन का मुश्किल लक्ष्य रखा है और कुलदीप को विश्वास है कि वह रविचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल के साथ मिलकर टीम को दो मैचों की श्रृंखला में 1-0 से बढ़त दिलाने में सफल रहेंगे. कुलदीप ने तीसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद पत्रकारों से कहा कि कहने के लिए तो दो साल (22 महीने) हैं पर मुझे कभी महसूस नहीं हुआ. कुलदीप ने यूएई में खेले गए इंडियन प्रीमियर लीग 2021 के दूसरे चरण से ठीक पहले घुटने का ऑपरेशन करवाया था जिसके कारण वह लंबे समय तक खेल से बाहर रहे.
उन्होंने कहा कि अगर मैं चोट से उबरने के बाद क्रिकेट नहीं खेलता तो फिर मुझे संघर्ष करना पड़ता. लेकिन पिछले एक साल में मैं लगातार सीमित ओवरों क्रिकेट खेल रहा हूं और मैंने न्यूजीलैंड (ए श्रृंखला) के खिलाफ लाल गेंद से भी क्रिकेट खेली. कुलदीप ने कहा कि उस श्रृंखला में मैंने लंबे स्पेल किए थे. अगर आप राष्ट्रीय टीम के साथ हैं तो फिर दबाव महसूस नहीं करते.
उन्होंने कहा कि मेरी गेंदबाजी शैली के कारण मुझे एक प्रारूप से दूसरे प्रारूप में तालमेल बिठाने में परेशानी नहीं होती. यह अलग बात है कि जब आप टेस्ट मैचों में गेंदबाजी करते हैं तो आप हो नियंत्रण बनाए रखने की जरूरत होती है. पको विकेट हासिल करने के लिए मेहनत करनी पड़ती है क्योंकि बल्लेबाज के पास क्रीज पर पांव जमाने और आपको परखने के लिए काफी समय होता है.
जहां तक टेस्ट मैच की बात है तो कुलदीप का मानना है कि पिच बल्लेबाजी के लिए बेहतर होती जा रही है. भारत की पहली पारी के दौरान उन्होंने स्वयं लगभग 20 ओवर बल्लेबाजी की थी. कुलदीप ने कहा कि मुझे लगता है कि यह बल्लेबाजी के लिए आदर्श पिच है. स्पिनरों के खिलाफ भी बल्लेबाजी करने के लिए यह अच्छी पिच है. हां कुछ गेंद नीची रह रही हैं और टर्न ले रही हैं. हमें दूसरी पारी में अधिकतर टर्न मिलने की उम्मीद है.(भाषा)