पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के विदेशी साज़िश के दावे में कोई सच्चाई नहीं: अमेरिका

वाशिंगटन/इस्लामाबाद: अमेरिका ने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार गिराने की साजिश रचने के आरोपों से एक बार फिर इनकार किया है. अमेरिका ने अपने इस संकल्प को दोहराया है कि वह दुष्प्रचार की वजह से द्विपक्षीय रिश्तों को प्रभावित नहीं होने देगा. खान ने कुछ दिन पहले कहा था कि अगर पाकिस्तान में उन्हें फिर से चुना जाता है तो वह अमेरिका के साथ रिश्तों में सुधार करना चाहेंगे और प्रधानमंत्री के पद से उन्हें हटाने के लिए अब अमेरिका को जिम्मेदार नहीं बताएंगे. इसके बाद अमेरिका की यह टिप्पणी आई है.

अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता वेदांत पटेल ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि  जैसा हमने पहले कहा है कि इन आरोपों में न कोई सच्चाई थी, न है और न रहेगी, लेकिन मेरे पास इससे ज्यादा कुछ कहने को नहीं है. वह पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) प्रमुख के कथित साज़िश के दावे पर ‘यू टर्न’ को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे.

खान (70) की सरकार के खिलाफ इस साल अप्रैल में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था. वह प्रस्ताव हार गए थे जिसके बाद उनकी सरकार गिर गई थी. वह यह दावा करते आ रहे हैं कि यह पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज़ (पीएमएल-एन) नेता (और मौजूदा प्रधानमंत्री) शहबाज़ शरीफ और अमेरिका के बीच रची गई साजिश का नतीजा था. अमेरिका पाकिस्तान का शीर्ष सुरक्षा साझेदार है और उसने मुल्क को सैन्य सहायता के नाम पर अरबों डॉलर दिए हैं.

इस महीने के शुरू में हुए हमले के बाद ब्रिटेन के अखबार फाइनेंशियल टाइम्स को दिए साक्षात्कार में खान ने कहा कि वह अब अमेरिका को दोष नहीं देंगे और अगर दोबारा चुने जाते हैं तो गरिमापूर्ण रिश्ते चाहेंगे. खान पर तीन नवंबर को हमला किया गया था जिसमें वह जख्मी हो गए थे. खान बार-बार दावा करते रहे हैं कि अमेरिकी विदेश विभाग में दक्षिण एशिया से संबंधित मामले देखने वाले शीर्ष अधिकारी डोनाल्ड लू उनकी सरकार को गिराने वाली कथित विदेशी साजिश में शामिल थे.

बुधवार की प्रेस वार्ता के दौरान, पटेल ने इस बात पर जोर दिया कि अमेरिका एक समृद्ध और लोकतांत्रिक पाकिस्तान चाहता है,क्योंकि यह वाशिंगटन के हितों के लिए अहम है. भारतीय मूल के प्रवक्ता पटेल ने कहा कि हमारा एक पार्टी के एक राजनीतिक उम्मीदवार बनाम दूसरे प्रत्याशी पर कोई रुख नहीं है. हम लोकतांत्रिक, संवैधानिक और कानूनी सिद्धांतों के शांतिपूर्ण पालन का समर्थन करते हैं. हालांकि खान ने बुधवार को फ्रांस 24 समाचार चैनल को दिए एक अन्य साक्षात्कार में कहा कि वह विदेशी साजिश के अपने दावों से कभी पीछे नहीं हटे हैं. भाषा एजेंसी