Jodhpur Cylinder Blast: गैस सिलेंडर ब्लास्ट प्रकरण में बढ़ता जा रहा मौतों का आंकड़ा, अब तक 11 लोगों ने तोड़ा दम; अभी भी 8 घायलों की स्थिति चिंताजनक

Jodhpur Cylinder Blast: गैस सिलेंडर ब्लास्ट प्रकरण में बढ़ता जा रहा मौतों का आंकड़ा, अब तक 11 लोगों ने तोड़ा दम; अभी भी 8 घायलों की स्थिति चिंताजनक

जोधपुर: शेरगढ़ गैस सिलेंडर हादसा (Jodhpur Cylinder Blast) प्रकरण में मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. आज सुबह हादसे में झुलसे तीन और मरीजों की उपचार के दौरान मौत हो गई है. मरने वालों में 1 महिला और 2 बच्चे हैं. ऐसे में अब तक कुल 11 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं अभी भी 8 घायलों की स्थिति चिंताजनक बताई जा रही है. बता दें कि गैस सिलेंडर हादसे में 43 घायलों का उपचार जारी है. 

इससे पहले शेरगढ़ अनुमंडल के भुंगरा गांव में गुरुवार दोपहर को सिलेंडर से गैस रिसाव के कारण विस्फोट हुआ था और घर में आग लग गयी थी, फलस्वरूप 52 लोग घायल हो गये थे. जो लोग गंभीर हालत में हैं वे 70 फीसद से अधिक झुलसे हुए हैं. इस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी शुक्रवार को जोधपुर का दौरा कर अस्पताल में उपचाररत झुलसे हुए लोगों से भेंट की थी. उनके साथ अधिकारी भी थे. मुख्यमंत्री ने उन्हें बेहतर उपचार का आश्वासन दिया. 

गहलोत ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है. घटना की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए मैं यहां उन्हें देखने आया हूं और मैंने सरकार की ओर से उन्हें सभी सहयोग का आश्वासन दिया है. बाद में उन्होंने इस घटना में जान गंवाने वालों के परिवारों के लिए दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि तथा झुलसे हुए लोगों के लिए चिरंजीवी योजना के तहत पांच लाख रुपये के मुफ्त इलाज के लिए एक लाख रूपये की घोषणा की. उन्होंने पुलिसकर्मी डुंगर सिंह के लिए समयपूर्व प्रोन्नति की घोषणा की क्योंकि वे जलते हुए घर में घुस गये थे और जलते सिलेंडर को बाहर निकाला था ताकि और लोग हताहत ना हों.

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी झुलसे लोगों एवं उनके परिवार के सदस्यों से भेंट की:
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी अस्पताल गये और उन्होंने झुलसे लोगों एवं उनके परिवार के सदस्यों से भेंट की. उन्होंने आश्वासन दिया कि जिस किसी को और अच्छे उपचार के लिए अन्यत्र ले जाने की जरूरत होगी, उसे विमान से ले जाया जाएगा. जोधपुर (ग्रामीण) के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अनिल कयाल ने बताया कि दूल्हे सुरेंद्र सिंह के घर मेहमान एकत्र हुए थे और उनके लिए खाना बन रहा था, तभी मकान के भंडार कक्ष में रखे एक सिलेंडर में गैस रिसाव के बाद आग लग गई और विस्फोट हो गया.