नई दिल्ली: सुबह 10 बजे नई दिल्ली के प्रगति मैदान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) 5जी (5G) सेवाओं की लॉन्चिंग (5G Launch) करेंगे. 5जी सेवाओं की लॉन्चिंग के बाद आज से देश में तेज रफ्तार इंटरनेट का नया युग शुरू हो जाएगा. यह भारत के लिए खास पल होगा.
कार्यक्रम में पीएम मोदी के सामने देश की तीन सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनियां 5जी इंटरनेट का एक-एक डेमो प्रदर्शित करेंगी. यह लॉन्चिंग भारतीय मोबाइल सम्मेलन (IMC) के छठे संस्करण में होगी. इस बार आईएमसी 2022 का आयोजन आज से 4 अक्टूबर तक किया जाएगा और इसका विषय "न्यू डिजिटल यूनिवर्स" रहेगा.
रिलायंस जियो मुंबई के स्कूल टीचर को महाराष्ट्र, गुजरात व ओडिशा के छात्रों से 5जी नेटवर्क से कनेक्ट करेगी. इसमें शिक्षक ऑगमेंटेड रियलिटी के इस्तेमाल से मीलों दूर बैठे छात्रों को पढ़ा कर दिखाएंगे. एयरटेल के डेमो में उत्तर प्रदेश की छात्रा वर्चुअल रियलिटी व ऑगमेंटेड रियलिटी की मदद से सौरमंडल को समझेगी. वोडाफोन अपने 5जी टेस्ट के दौरान कामगारों की सुरक्षा से जुड़ा प्रदर्शन दिखाएगा.
5जी से कैसे बदलेगा भारत:
भारत पर 5जी का कुल आर्थिक प्रभाव 2035 तक 450 अरब अमेरिकी डॉलर तक होने का अनुमान है. 4जी की तुलना में 5जी नेटवर्क (5G Network) कई गुना तेज गति देता है और बाधा रहित संपर्क मुहैया कराता है. साथ ही अरबों जुड़े डिवाइसों को वास्तविक समय में डेटा साझा करने में सक्षम बनाता है. 5जी इंटरनेट की स्पीड वर्तमान स्पीड से 10-12 गुना तक तेज होगी. हालांकि, स्पीड और खर्चा इस बात पर भी निर्भर करेगी कि उपभोक्ता ने स्टैंडअलोन 5जी सेवा ली है या नॉन स्टैंड अलोन.