जयपुर: राजस्थान राज्य वन विकास निगम लिमिटेड की नवीं निदेशक मण्डल, दूसरी वार्षिक साधारण बैठक तथा वानिकी एवं जैव विविधता संरक्षण समिति की 5वीं बैठक, वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन एवं अध्यक्ष राजस्थान राज्य वन विकास निगम लिमिटेड संजय शर्मा की अध्यक्षता में सोमवार को शासन सचिवालय स्थित समिति कक्ष में आयोजित की गई.
बैठक में संजय शर्मा ने आरएफबीपी द्वितीय परियोजना के कॉरपस फण्ड के बेहतर उपयोग के निर्देश दिए. जायका परियोजना निदेशक ने जायका के सहयोग से क्रियान्वित की जाने वाली नवीन परियोजना सीआरईएसईपी के बारे में विस्तार से जानकारी दी एवं योजना के मुख्य क्रियाकलापों के संबंध में अवगत कराया गया. शर्मा ने परियोजना से संबंधित गांवों राजीविका के स्वयं सहायता समूह से जोड़ने के लिए निर्देशित किया. साथ ही मृदा एवं जल संरक्षण कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए भी निर्देशित किया. साधारण सभा की गत बैठक के कार्यवाही विवरण का भी अनुमोदन करने के साथ ही बैठक में आगामी महत्वाकांक्षी परियोजना सीआरईएसईपी के संबंध में मंत्री एवं अन्य सदस्यों के सुझाव लिए गये साथ ही बैठक के ऐजेण्डे का भी अनुमोदन किया गया.
वन मंत्री ने निगम के राजस्व को बढ़ाने के लिये पर्यटन स्थलों यथा जैविक उद्यानों, चिड़ियाघरों एवं वन्यजीव अभ्यारण्यों में पर्यटन गतिविधियों को निगम के अधीन संचालित करने के निर्देश दिए. बैठक में वर्ष 2021-22 लेखे पारित किये गये. राजस्थान मे ईको टूरिज्म को बढावा देने के लिये सुझावों पर विचार किया गया. वन विभाग से उक्त कार्य राजस्थान राज्य वन विकास निगम लिमिटेड, राजस्थान को हस्तारिन्त करने पर भी विचार किया गया. अतिरिक्त मुख्य सचिव, वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन, राजस्थान एवं निदेशक, राजस्थान राज्य वन विकास निगम लिमिटेड अपर्णा अरोरा ने निगम की कार्यप्रणाली को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से निगम के बोर्ड़ सदस्यों से एक 3-4 सदस्यों की कार्यकारिणी समिति के गठन का सुझाव दिया गया, जिसको वन मंत्री द्वारा अनुमोदित कर दिया गया.
बैठक में निगम द्वारा राजस्व बढ़ाने के लिये पर्यटन स्थलों यथा जैविक उद्यानों, चिड़ियाघरों एवं वन्यजीव अभ्यारण्यों में पर्यटन गतिविधियों को शुरू करने पर चर्चा की गई. निदेशक मण्डल की बैठक में इको-टूरिज्म तथा अन्य गतिविधियों के जरिए राजस्थान राज्य वन विकास निगम लिमिटेड़, राजस्थान के राजस्व को बढ़ाने के उद्देश्य से निदेशक मण्डल द्वारा एक कार्य समिति के गठन के निर्देश दिए गए. उक्त समिति निगम के बिजनेस प्लान तथा इसकी कार्य प्रणाली को सुदृढ़ करने हेतु भी निदेशक मण्डल को सुझाव देगी. बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिवअपर्णा अरोड़ा, हॉफ अरिजीत बनर्जी, उदय शंकर, प्रबन्ध निदेशक, राजस्थान राज्य वन विकास निगम लिमिटेड, राजस्थान, के.सी.ए. अरूणप्रसाद, अति. प्रधान मुख्य वन संरक्षक, एम. एण्ड ई. एवं बीजो जॉय, विशिष्ट सचिव, वन विभाग तथा अन्य अधिकारी मौजूद रहे.