जयपुर: ज्योतिष शास्त्र में सभी ग्रह-नक्षत्रों का राजा पुष्य नक्षत्र को माना गया है. पुष्य का अर्थ पोषण करना या पोषण करने वाला होता है. ज्योतिष गणना में पुष्य नक्षत्र को सुख-समृद्धि व शुभ फल प्रदान करने वाला माना गया है. मंगलवार 18 अक्टूबर को पूरे दिन और रात पुष्य नक्षत्र रहेगा. इस दिन मंगलवार होने से मंगल पुष्य का योग बनेगा. हर साल दीपावली से पहले कार्तिक कृष्ण पक्ष में पुष्य नक्षत्र रहता है. इस नक्षत्र में की गई खरीदारी लंबे समय तक लाभ देती है. इस कारण अधिकतर लोग पुष्य नक्षत्र में कुछ न कुछ खरीदारी जरूर करते हैं.
ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि पुष्य नक्षत्र के स्वामी शनि देव हैं. शनि के नक्षत्र में जो भी काम किया जाता है, वह लंबे समय तक लाभ की स्थिति में चलता रहता है. इस समय में किए गए निवेश भी लाभदायक होते हैं. मंगलवार को पुष्य नक्षत्र होने से वर्धमान नाम का शुभ योग इस दिन रहेगा. साथ ही सिद्ध और साध्य नाम के 2 अन्य शुभ योग भी इस दिन रहेंगे. लोग खरीदारी के लिए कोई दिन शुभ मानते हैं तो वो है पुष्य नक्षत्र. इस बार पुष्य नक्षत्र 18 अक्टूबर को आ रहा है. जो पूरे दिन और पूरी रात रहेगा. इस दिन तुला संक्रांति भी है. दीपावली के त्योहार पर लोग इस दिन खरीददारी करना बेहद शुभ मानते हैं. इस दिन खरीददारी से बड़ा लाभ पूरे वर्ष होता है.
अदिति देवता का वास:
ज्योतिषाचार्य ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि 18 अक्टूबर को सुबह ब्रहृम मुहूर्त में 4:30 से शुरू होकर 19 अक्टूबर को सुबह 7:11 बजे तक रहेगा. इस दिन सिद्ध योग, शुभकृत संवत्सर, नंदा तिथि, अदिति देवता का वास रहेगा.
पुष्य नक्षत्र:
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया किपुष्य नक्षत्र मंगलवार 18 अक्टूबर को ब्रह्म मुहूर्त में सुबह 04:30 मिनट से शुरू होगा, जो कि पूरे दिन व पूरी रात रहेगा. 19 अक्टूबर को सुबह 07:11 मिनट तक रहेगा.
इसलिए खास मानते हैं पुष्य नक्षत्र:
ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि ज्योतिष शास्त्र में सभी नक्षत्रों में पुष्य नक्षत्र को नक्षत्रों का राजा माना जाता है. अगर ऐसे में यदि इस नक्षत्र पर शनि और गुरु की विशेष कृपा होने पर यह बेहद शुभ हो जाता है. चूंकि शनि को न्याय के देवता के साथ शक्ति और ऊर्जा का कारका माना जाता है तो वहीं गुरु, ज्ञान और धन के देवता हैं. इस साल यह पुष्य नक्षत्र मंगलवार के दिन आ रहा है, ऐसे में इस नक्षत्र में की गई खरीददारी मंगलदायक मानी जाती है.
पुष्य नक्षत्र पर ऐसी रहेगी ग्रह स्थिति:
कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया किइस वर्ष मंगल पुष्य के दिन गुरु-शनि अपनी-अपनी राशि में रहेंगे. गुरु मीन में वक्री और शनि मकर में वक्री है. इन दोनों ग्रहों की पूर्ण दृष्टि भी चंद्र पर रहेगी. पुष्य नक्षत्र पर चंद्र अपनी राशि वृष में होता है. ग्रहों का ये योग सभी राशियों के लिए लाभदायक रहेगा. पुष्य नक्षत्र में राशि अनुसार खरीदारी की जाती है तो ज्यादा लाभ मिल सकता है. 18 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र में सूर्य और शुक्र दोनों ग्रह तुला राशि में रहेंगे. बुध व सूर्य मिलकर कन्या राशि में बुधादित्य योग अक्टूबर में बना रहे हैं. बुधादित्य योग को शुभ व लाभकारी माना गया है. 18 तारीख को सूर्य व शुक्र तुला राशि में होने से कई राशि वालों को लाभ मिलेगा.
18 अक्टूबर को विशेष संयोग:
कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि18 अक्टूबर को मंगलवार है. इस दिन पुष्य नक्षत्र होने से वर्धमान योग बन रहा है. मंगलवार को मकान, सजावट की वस्तुएं, सोफा, वाहन आदि की खरीदारी कर सकते हैं. इस शुभ योग में निवेश करने से धन की बढ़ोतरी होती है. इस दिन मुहूर्त में भवन, भूमि, वाहन, आभूषण सहित अन्य खरीदारी करना श्रेष्ठ होता है. इस योग में खरीदी गईं वस्तुएं लंबे समय तक चलती हैं और शुभ फल प्रदान करती हैं. इस शुभ योग में दो या चार पहिया वाले वाहन खरीदे जा सकते हैं. इस दिन खरीदे गए वाहन लंबे समय तक चलते हैं. ये अपने साथ अन्य शुभ संयोग भी लेकर आते हैं.
पुष्य नक्षत्र में चांदी या इससे निर्मित आभूषण, बर्तन, पूजन सामग्री, शुभ प्रतीक आदि खरीदने से घर में बरकत बनी रहती है. आज के दिन पन्ना, हीरा, पुखराज, नीलम, मोती आदि रत्न खरीदने से ये भविष्य में बड़ा लाभ प्रदान करते हैं. इस खास योग में मकान, प्लॉट और फ्लैट खरीदना भी शुभ होता है. इससे स्थायी संपत्ति में दिन दूनी रात चार चौगुनी वृद्धि होती है.पुष्य नक्षत्र में श्रीसूक्त के 108 पाठ करने से जीवन के आर्थिक संकटों का नाश होता है और सुख-सौभाग्य प्राप्त होता है. वैवाहिक जीवन में सामंजस्य और खुशहाली के लिए पुष्य नक्षत्र में शिव परिवार का विधि-विधान से पूजन करें. विवाह में बाधा आ रही है तो पुष्य नक्षत्र में बृहस्पति देव के निमित्त कन्याओं को बेसन के लड्डू का वितरण करें.
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास बता रहे हैं पुष्य नक्षत्र पर राशि अनुसार खरीदारी.
मेष- मेष राशि का स्वामी मंगल है. इस राशि के लोग जमीन, घर, खेती और उससे जुड़े उपकरण, वाहन की खरीदारी और इन चीजों में निवेश कर सकते हैं.
वृषभ- इस राशि का स्वामी शुक्र है. इन लोगों को अनाज, कपड़ा, चांदी, शकर, चावल, सौंदर्य सामग्री, परफ्यूम, दूध और उससे बनी चीजें, कपड़े संबंधी शेयर की खरीदारी करने से लाभ मिल सकता है.
मिथुन- इस राशि का स्वामी बुध है. बुध व्यापारियों को फायदा देने वाला ग्रह है. इस राशि के लोग सोने के आभूषण खरीद सकते हैं. इसके साथ ही कागज, लकड़ी, पीतल, गेंहू, दालें, कपड़ा, स्टील, पूजन सामग्री खरीद सकते हैं.
कर्क- कर्क राशि का स्वामी स्वयं चंद्र है. इस राशि के लोगों को चांदी, चावल, शकर, कपड़ा बनाने करने वाली कंपनियों के शेयर, अनाज, लकडी, आधुनिक उपकरण, बच्चों के खिलोने खरीदने लाभ मिल सकता है.
सिंह- इस राशि का स्वामी सूर्य है. ये लोग सोना, गेंहू, कपड़ा, रत्न, सौन्दर्य सामग्री, इत्र, शेयर और जमीन-जायदाद में निवेश करके लाभ कमा सकते हैं.
कन्या- इस राशि का स्वामी बुध है. इन लोगों को शिक्षा, सोना, केमिकल, खेती, खेती के उपकरण से जुड़ी चीजें खरीदने चाहिए या इन चीजों की कंपनियों में निवेश करना चाहिए.
तुला- इस राशि का स्वामी शुक्र है. इस राशि के लोग लोहा, सीमेंट, स्टील, केमिकल, कपड़ा, रत्नों, कम्प्यूटर, लेपटॉप, टेलीविजन में निवेश कर सकते हैं.
वृश्चिक- इस राशि का स्वामी मंगल है. इस राशि के लोग जमीन, मकान, दुकान, खेती, सीमेंट, रत्न, खेती के उपकरण, पूजन सामग्री, कागज, कपड़े में निवेश कर सकते हैं.
धनु- इस राशि का स्वामी गुरु है. गुरु व्यापारियों को लाभ देने वाला ग्रह है. सोने, अनाज, आभूषण, रत्न, कपास, चांदी, शकर, चावल, सौंदर्य सामग्री, दूध से बनी चीजों मे निवेश करने से लाभ मिल सकता है.
मकर- इस राशि का स्वामी शनि है. ये लोग लोहा, केबल-तार, तेल, इलेक्ट्रॉनिक्स सामान, खेती उपकरण, वाहन, कपड़े, इत्र की खरीदारी कर सकते हैं.
कुंभ- इस राशि का स्वामी शनि है. ये लोग लोहा, इलेक्ट्रॉनिक्स सामान, यंत्र, खेती उपकरण, वाहन, कपड़ा, इत्र से जुड़े शेयर्स में निवेश कर सकते हैं. इन चीजों से लाभ मिल सकता है.
मीन- इस राशि के स्वामी गुरु है. इस राशि के लोग आभूषण, रत्न, सोना, अनाज, कपास, चांदी, शकर, चावल, सौंदर्य सामग्री से संबंधित कंपनियों के शेयर में निवेश कर सकते हैं या अपने उपयोग के लिए ये चीजें खरीद सकते हैं.