जयपुर: कृषि विभाग के गुण नियंत्रण अभियान के सख्त परिणाम सामने आ रहे हैं. रबी फसलों की बुवाई से पहले 13 सितंबर से एक बार फिर गुण नियंत्रण अभियान शुरू किया गया है. इससे पूर्व खरीफ फसलों के लिए चलाए गए अभियान में सख्त कार्रवाई की गई हैं. किस तरह की गई जांच और क्या-क्या कार्रवाई हुई. रबी फसलों की बुवाई शुरू हो रही है. अक्टूबर के पहले सप्ताह से ही सरसों, चना, जौ, गेहूं आदि फसलों की बुवाई तेज गति पकड़ लेगी. ऐसे में किसानों को अच्छे बीज मिल सकें. खाद की गुणवत्ता सही हो और जिन दवाईयों यानी पेस्टिसाइड का वे उपयोग करने जा रहे हैं, उसकी गुणवत्ता सही हो. इसे निर्धारित करने के लिए कृषि विभाग के निरीक्षक सड़कों पर उतर चुके हैं.
चैकिंग अभियान में प्रदेशभर में सख्ती की जा रही है. 13 सितंबर से शुरू हुआ यह अभियान अगले एक माह तक चलेगा. खास बात यह है कि इससे पहले खरीफ फसलों के लिए विभाग द्वारा चलाए गए गुण नियंत्रण अभियान में भी किसानों के साथ धोखाधड़ी करने वाले विक्रेताओं पर कड़ी कार्रवाई की गई है. कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि खरीफ फसलों में करीब 400 विक्रेताओं पर विधिक कार्यवाही की गई है.इस दौरान करीब 2 दर्जन दुकानों के लाइसेंस निलंबन और लाइसेंस रद्द करने तक की सख्त कार्रवाई की गई है.
खरीफ फसलों के चैकिंग अभियान में कृषि विभाग की सख्ती:
- 1 जून से डेढ़ माह तक चलाया गया खरीफ फसलों के लिए चैकिंग अभियान
- 7214 खाद-बीज दुकानों का किया गया निरीक्षण
- इन दुकानों पर कृषि आदानों के 8565 सैंपल लिए गए
- सबसे ज्यादा 3998 सैंपल खाद के, 3360 सैंपल बीज के लिए गए
- 1207 पेस्टिसाइड बेचने वाली दुकानों पर भी सैम्पल लिए गए
- गड़बड़ी मिलने पर 40 दुकानों पर कृषि आदानों की बिक्री रोकी गई
- 12 दुकानें ऐसी, जिन्हें अनियमितता के चलते सीज किया गया
- खाद की 7, बीज की 3, पेस्टिसाइड की 2 दुकानें निलंबित की गई
- खाद की 6, बीज और पेस्टिसाइड की एक-एक दुकानों के लाइसेंस रद्द किए
- 363 अन्य दुकानों पर कृषि विनियम उल्लंघन पर कार्रवाई की गई
कृषि विभाग की ओर से अभियान के तहत अभी सबसे ज्यादा फोकस बीज की जांच को लेकर चल रहा है. दरअसल सरसों के बीज में मिलावट की शिकायतें प्रदेशभर से मिलती हैं. इसके अलावा खाद की कमी को देखते हुए भी दुकानों पर जांच चल रही है. जो आदान विक्रेता किसानों से डीएपी, एसएसपी या यूरिया के लिए निर्धारित दरों से अधिक राशि ले रहे हैं, उन पर भी जांच कर सख्ती की जा रही है. कृषि विभाग का यह अभियान अभी 12 अक्टूबर तक चलेगा. संदेह होने पर कृषि विभाग के निरीक्षक तुरंत ही सैंपल ले रहे हैं. विभागीय सूचना के मुताबिक कुल 414 कृषि निरीक्षक जांच में जुटे हुए हैं. ये निरीक्षक खाद, बीज, जर्मिनेशन के सैंपल लेने का कार्य कर रहे हैं.