Alwar News: ट्रैक्टर चोर गिरोह का भंडाफोड़, 5 आरोपी गिरफ्तार

अलवर: जिले के अरावली विहार थाना पुलिस ने ट्रैक्टर चोर (Theft) गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए चोरी का ट्रैक्टर खरीदने वाले सहित पांच जनों को गिरफ्तार किया है. इस गैंग ने करीब एक दर्जन ट्रैक्टर चोरी की वारदात करना स्वीकार किया है. थाना पुलिस ने बताया कि अलवर शहर के एम आई ए, एनईबी, सदर, लक्ष्मणगढ़, राजगढ़, मालाखेड़ा और अरावली विहार थाना इलाके से लगातार हो रही ट्रैक्टर चोरी की वारदातों को गंभीरता से लेते हुए देख पुलिस टीम गठित की गई.

पुलिस टीम के द्वारा मुखबिर तैनात किए गए. तकनीकी सहायता से इनपुट प्राप्त कर संदिग्ध बदमाशों को चिन्हित किया गया और उनकी गतिविधियों और ठिकानों पर निगरानी रखी गई. इसी दौरान 2 अक्टूबर 2022 को रात्रि को चिन्हित किए गए बदमाश का रुख राजगढ़ की ओर हाईवे पर होना पाया गया. इस पर टीम द्वारा पीछा किया गया तो राजगढ़ के ग्रामीण इलाके में कच्चे-पक्के रास्तों से होते हुए रात्रि को मूवमेंट करते रहे. अंत में आज तड़के मालाखेड़ा लक्ष्मणगढ़ रोड़ स्थित अहीर का तिवारा से 4 बदमाशों को भागते हुए मोटरसाइकिल सहित दबोच लिया.

पुलिस ने बताया कि 2 अक्टूबर की रात्रि को यह चारों बदमाश मोटरसाइकिल से ट्रैक्टर चोरी के लिए अपने गांव से निकले थे. जिनका राजगढ़ क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में ट्रैक्टर चोरी करने का प्लान था. लेकिन पुलिस कार्रवाई की वजह से सफल नहीं हो सके. ये एक ही गांव के रहने वाले हैं. इस ट्रैक्टर चोर गिरोह का मास्टरमाइंड राहुल है. जिसका कई गिरोह से ताल्लुक है. यह चोरी के ट्रैक्टर को औने-पौने दामों में बेचकर आगे ठिकाने लगाता है और मिली रकम को आपस में बांट लेते हैं. 

पुलिस ने इस मामले में मालाखेड़ा पुलिस थाना क्षेत्र के महाराजपुर गांव निवासी राहुल पुत्र ईसब खान, सुनील पुत्र गंगाराम, जीतू पुत्र पप्पू हरिजन, वारिस खान पुत्र मोमदीन और चोरी के ट्रैक्टर खरीदने के मामले में भरतपुर जिले के केथवाडा निवासी साहब्दीन पुत्र चांद सिंह को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने इनके कब्जे से एक महिंद्रा ट्रैक्टर, दो मोटरसाइकिल बरामद की है. इन बदमाशों ने अब तक 10 ट्रैक्टर चोरी की घटनाओं को स्वीकार किया है. राहुल के खिलाफ पूर्व में दो मुकदमे दर्ज है जबकि सुनील के खिलाफ एक मुकदमा दर्ज है. 

4 बदमाश एक ही गांव के रहने वाले:

पुलिस ने बताया कि चार बदमाश एक ही गांव के रहने वाले हैं जो रात्रि को मोटरसाइकिल से चोरी की फिराक में निकलकर ट्रैक्टर चोरी की तलाश में घूमते हैं. जैसे ही कोई ट्रैक्टर घर के बाहर या खेत में खड़ा मिलता है जिसे धक्का मारकर दूर तक ले जाकर स्टार्ट कर एक आदमी चलाता है. बाकी गिरोह के लोग आगे पीछे मोटरसाइकिल से चलते हैं. जो ट्रैक्टर मालिक का पीछा करना, आगे पुलिस नाकेबंदी पर निगरानी रखते हैं और अपने ठिकाने पर ले जाते हैं. बाद में उन्हें कम भाव में बेच देते हैं. फिर खरीददार ट्रैक्टर के इंजन और चेचिस नंबर में काट छांट कर तैयार कर 1 नंबर में महंगे दामों में आगे बेच देते हैं.