जयपुर: भारतीय क्रिकेट टीम ने पर्थ के ऐतिहासिक स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में धूल चटा दी है. भारत ने खराब शुरुआत से वापसी करते हुए ऑस्ट्रेलिया को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट में 295 रन से हरा दिया. जीत के हीरो यशस्वी जायसवाल, विराट कोहली व कप्तान जसप्रीत बुमराह रहे. भारत ने पर्थ में साल 2008 के बाद पहला टेस्ट मैच जीता है. पर्थ की उछाल और गति वाली पिच पर जहां टीमें कांप जाती है, वहीं मेजबान ऑस्ट्रेलिया को टीम इंडिया ने डरा कर रखा.
- घर में चारों खाने चित हो गए हैं कंगारू
- भारतीय शेरों ने पर्थ में घुटने टिका दिए ऑस्ट्रेलिया के
- बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट ट्रॉफी में टीम इंडिया का दमदार आगाज
- ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में चौथे ही दिन हरा दिया टीम इंडिया ने
- पहले टेस्ट में 295 रन की धमाकेदार जीत दर्ज की भारत ने
- ऑस्ट्रेलिया को मिला था 534 रन का लक्ष्य
- लेकिन 238 रन पर सिमट गई ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी
- टीम इंडिया ने पहली पारी में महज 150 रन बनाए थे
- ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 104 रन पर समेट वापसी की भारत ने
- भारत ने 6 विकेट पर 487 रन बनाकर दूसरी पारी घोषित की थी
- यशस्वी जायसवाल व विराट कोहली रहे जीत के हीरो
- गेंदबाजी में कप्तान जसप्रीत बुमराह ने दिखाया कमाल
- जायसवाल और कोहली ने जमाए थे दूसरी पारी में शतक
- बुमराह ने 8 विकेट हासिल किए, मैन ऑफ द मैच चुने गए
पर्थ के जिस ऑप्टस स्टेडियम में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम अजेय चली आ रही थी, उसे में इस टीम को करारी शिकस्त मिल गई है. पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में यह ऑस्ट्रेलिया की यह पहली हार है. टीम ने इससे पहले 4 मैच खेले थे और सभी जीते थे. भारत की बात करें, तो यह ऑस्ट्रेलिया में भारत की अब तक की सबसे बड़ी टेस्ट जीत है. इससे पहले 222 रन की सबसे बड़ी जीत थी, जब टीम ने 1977 में मेलबर्न में हराया. पर्थ टेस्ट के पहले दिन टीम इंडिया जब 150 रन पर आउट हो गई थी, तो लगा था कि सब कुछ खत्म सा हो गया, लेकिन जब भारतीय गेंदबाजों ने दम दिखाया, तो पासा ही पलट गया. कागजों पर मजबूत नजर आ रही ऑस्ट्रेलिया की टीम महज 104 रन पर ढेर हो गई. टीम इंडिया दूसरी पारी में 46 रनों की बढ़त के साथ उतरी थी. भारत ने रविवार को अपनी दूसरी पारी छह विकेट के नुकसान पर 487 रनों पर पारी घोषित कर मेजबान टीम के सामने विशाल लक्ष्य रखा है. इस लक्ष्य के सामने ऑस्ट्रेलियाई टीम की बल्लेबाजी ढेर होती चली गई और पर्थ का किला नहीं बचा पाई. दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाजों ने शानदार खेल दिखाया. यशस्वी जायसवाल ने 161 रन, तो विराट कोहली ने नाबाद 100 और केएल राहुल ने 77 रन बनाए. मैन ऑफ द मैच कप्तान जसप्रीत बुमराह रहे, जिन्होंने आठ विकेट हासिल किए. पहली पारी में उन्होंने पांच और दूसरी पारी में तीन विकेट लिए.
- आंकड़ों के आइने में पर्थ टेस्ट
- ऑस्ट्रेलिया में भारत की रनों के आधार पर सबसे बड़ी जीत
- ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की दूसरी सबसे बड़ी टेस्ट जीत
- 2008 में मोहाली में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 320 रनों से हराया था
- पांचवीं बार बुमराह ने 100 से कम रन देकर मैच में आठ या अधिक विकेट लिए
खास बात यह है कि इस मैच में टीम इंडिया में न तो रोहित शर्मा थे, न ही शुभमन गिल, न ही रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन और न ही मोहम्मद शमी थे. इसके बावजूद टीम इंडिया ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की. 2021 में गाबा में ऑस्ट्रेलिया का घमंड तोड़ने के बाद भारत ने अब पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया का घमंड तोड़ा है. इस टेस्ट से पहले ऑस्ट्रेलिया ने पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में चार टेस्ट खेले थे और सभी जीते थे. पांचवें में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. पहले मैच पर्थ के वाका स्टेडियम में खेले जाते थे. हालांकि, 2018 से ऑप्टस स्टेडियम में मैच खेले जाने लगे.